‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 1 मार्च की रात दो बजे के करीब रोमानिया से 200 छात्रों को लेकर भारतीय वायु सेना का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भारत लौट आया। युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकलकर पड़ोसी देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की ‘वतन वापसी’ के लिए शुरू किये गए इस अभियान में 1 मार्च से वायु सेना भी शामिल हुई है। चार विमानों के साथ शुरू किये गए इस ऑपरेशन में वायु सेना ने इसी तरह तीन और सी-17 ग्लोबमास्टर विमान स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी भेजे हैं, जो 2 मार्च को दिन में 600 छात्रों को लेकर लौटेंगे।
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 1 मार्च को रात दो बजे के करीब रोमानिया से 200 छात्रों को लेकर भारतीय वायु सेना का पहला सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भारत लौट आया। एयर फोर्स के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान ने अपने घरेलू एयर बेस हिंडन में लैंड किया। सी-17 ग्लोबमास्टर से आए भारतीयों का स्वागत करने के लिए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी हिंडन एयरबेस पहुंचे थे। इसके बाद सभी छात्रों को बसों के जरिये दिल्ली स्थित उनसे संबंधित राज्य भवन तक पहुंचाया गया। राजस्थान की मंत्री ममता भूपेश भी अपने प्रदेश के कई छात्रों को लेने के लिए हिंडन बेस पर मौजूद थीं। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि हमारे बच्चे इतनी भयानक स्थिति से बाहर आ गए हैं, इसलिए मैं राजस्थान के सीएम (अशोक गहलोत) के निर्देशन में एक अभिभावक के रूप में मौजूद हूं।
26 फरवरी से शुरू है ‘ऑपरेशन गंगा’
युद्ध प्रभावित यूक्रेन से बाहर निकलकर पड़ोसी देशों में जाने वाले भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत ने 26 फरवरी से ‘ऑपरेशन गंगा’ शुरू किया है। भारत ने यूक्रेन से सटे देशों रोमानिया, पोलैंड, स्लोवाकिया एवं हंगरी के रास्ते अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया था क्योंकि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूसी सैन्य आक्रमण शुरू होने के बाद 24 फरवरी से ही बंद है। भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए वायु सेना का पहला परिवहन विमान सी-17 ग्लोबमास्टर बुधवार तड़के 4 बजे घरेलू एयरबेस हिंडन से बुखारेस्ट (रोमानिया) के लिए रवाना हुआ था। इसके बाद दिन में तीन और विमान रेजसो (पोलैंड), स्लोवाकिया और बुडापेस्ट (हंगरी) भेजे गए हैं। इन विमानों से उन भारतीयों को लाया जायेगा, जो युद्ध प्रभावित यूक्रेन से बाहर निकल गए थे।
भारतीय वायुसेना के तीन और विमान कराएंगे भारतीयों की वापसी
भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि 2 मार्च को तीन और विमान स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी से लौटेंगे। चल रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत वायु सेना ने राहत सामग्री के साथ चार सी-17 परिवहन विमान तैनात किए हैं। प्रत्येक विमान में 180 सीटों की व्यवस्था की गई है यानी एक विमान में 200 भारतीयों को वापस लाया जा सकेगा। यूक्रेन में चल रहे संकट के कारण रोमानिया, पोलैंड और हंगरी में हवाई क्षेत्रों का उपयोग करके भारतीय वायु सेना नागरिकों को निकाल रही है। ऑपरेशन गंगा के तहत चल रहे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय वायु सेना से भारतीयों को लाने के प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया था।
प्रधानमंत्री ने की थी घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हमारी वायु सेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सकेगा। यह मानवीय सहायता को अधिक कुशलता से वितरित करने में भी मदद करेगा। ‘ऑपरेशन गंगा’ भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकालने और मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार का अभियान है। इसके तहत यूक्रेन में पढ़ाई करने गए उन भारतीय छात्रों की ‘वतन वापसी’ कराई जा रही है जो रूस से युद्ध शुरू होने के बाद पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, मोल्दोवा, स्लोवाकिया में चले गए है। भारतीय वायु सेना ने यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए अपने सी-17 विमान के बेड़े को स्टैंड बाई पर रखा है। एयर फोर्स के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय वायु सेना यूक्रेन से हमारे नागरिकों को निकालने की किसी भी आवश्यकता के लिए तैयार है।