उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूर्वी पाकिस्तान से आए बंगाली परिवारों के पुनर्वसन करने का निर्णय लिया है। ये परिवार 1970 में भारत आए थे और प्रदेश के कानपुर में बस गए थे।
योगी सरकार ने इनके पुनर्वसन का आदेश जारी करते हुए सभी को दो-दो एकड़ जमीन खेती के लिए और 200 मीटर घर बनाने के लिए देने का निर्णय लिया है। 10 नवंबर को कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद उनके पुनर्वसन का रास्ता साफ हो गया।
वर्षों से कर रहे हैं संघर्ष
बता दें कि यूपी में वर्ष 1970 में पूर्वी पाकिस्तान से 63 बंगाली हिंदू परिवार आए थे। उनका रोजगार देने के साथ ही पुनर्वास किया गया था। लेकिन जिस मिल में उन्हें नौकरी दी गई थी, वह पांच साल बंद हो गया और इनके सामने रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हो गया। वे पिछले कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं। अब सरकार ने उनके पुनर्वसन का निर्णय लिया है। इसके लिए कानपुर के देहात में 300 एकड़ का भूखंड चिह्नित किया गया है।
दी जाएंगी हर तरह की सुविधाएं
एनआरईजीएस से भूमि विकास और सिंचाई की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही मनरेगा से उन्हें काम भी दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव-राजस्व मनोज कुमार सिंह ने बताया है कि जल्द ही वे चिह्नित जमीन देखने जाएंगे और इस दिशा में तेजी से कदम उठाए जाएंगे।