पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनावी परिदृश्य तेजी से बदल रहे हैं। सभी पार्टियां अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी हैं। 2 मार्च को आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। श्रीरामपुर हुगली में प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष की उपस्थिति में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया।
कई महीनों से तिवारी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। आखिर 2 मार्च को वे आधिकारिक रुप से भाजपा में शामिल हो गए। इससे पहले केएमसी के प्रशासक फिरहाद हकीम के साथ विवाद होने पर जितेंद्र तिवारी ने टीएमसी और आसनसोल नगर निगम के प्रशासक के मेयर पद से त्याग पत्र दे दिया था। हालांकि बाद में तिवारी मान गए थे और पार्टी में लौट आए थे।
West Bengal: TMC leader and former Asansol mayor Jitendra Tiwary joins Bharatiya Janata Party, in the presence of BJP state president Dilip Ghosh at Sreerampore Hooghly pic.twitter.com/QlDCajx1QM
— ANI (@ANI) March 2, 2021
दी थी सफाई
टीएमसी में दोबारा शामिल होने के बाद तिवारी ने कहा था कि वे अभी भी टीएमसी में हैं। कुछ गलतफहमी हो गई थी, जिन्हें दूर कर लिया गया है। मैंने पार्टी छोड़ने की गलती की थी। इसके लिए दीदी से माफी मांग लूंगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि भाजपा में शामिल होने का उनका कोई इरादा नहीं है।
इसलिए छोड़ी थी पार्टी
तिवारी ने कहा था कि उन्हें कोई भी काम नहीं करने दिया जा रहा था, इसलिए पार्टी छोड़ी थी। इस दौरान उन्होंने टीएमसी से भी इस्तीफा दे दिया था।
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बाबुल सुप्रियो ने जताई थी आपत्ति
बता दें कि आसनसोल के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तिवारी के भाजपा में शामिल किये जाने पर आपत्ति जताई थी। इस वजह से उनको भाजपा में शामिल नहीं किया जा सका था।
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अब तक कई नेता भाजपा में शामिल
अब तक टीएमसी के कई नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उनमें पूर्व मंत्री शुभेदु अधिकारी, पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी, पूर्व विधायक वैशाली डालमिया आदि शामिल हैं।