चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है। आयोग ने उन पर 24 घंटे का बैन लगा दिया है। इस दौरान वे चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी। मुसलानों से वोट न बंटने देने की उनकी अपील और महिलाओं को सुरक्षाबलों का घेराव करने की सलाह को लेकर यह कार्रवाई की गई है।
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर चुनाव आयोग के इस निर्णय को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक बतते हुए इसके विरोध में धरना देने की घोषणा की थीं। वे 13 अप्रैल, 12 बजे से कोलकाता, गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गई हैं।
Kolkata: West Bengal CM Mamata Banerjee sits on dharna at Gandhi Murti, as a mark of protest after the Election Commission of India (ECI) imposed a ban on her for 24 hours from campaigning in any manner from 8 pm of April 12 till 8 pm of April 13#WestBengalElections pic.twitter.com/BQR0NIIgkT
— ANI (@ANI) April 13, 2021
चुनाव आयोग ने थमाए थे दो नोटिस
बता दें कि मुसलमानों से वोट न बंटने देने की उनकी अपील और सुरक्षाबलों के महिलाओं के घेराव करने की सलाह देने को लेकर चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को दो नोटिस जारी किए थे। उनके जवाब से अंसतुष्ट आयोग ने आखिर उन पर 24 घंटे का बैन लगा दिया है। वे इस बीच चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी।
ममता को झटका
चुनाव आयोग की यह कार्रवाई ममता बनर्जी के लिए करारा झटका माना जा रहा है क्योंकि 17 अप्रैल को प्रदेश में पांचवें चरण के मततदान कराए जाने हैं। इसके लिए ममता बनर्जी की कई सभाएं और रैलियां सुनिश्चित थीं, लेकिन अब उन्हें रद्द करना पड़ेगा। अब तक प्रदेश में चार चरण के मतदान हो चुके हैं।
ये भी पढ़ेंः क्यों परेशान हैं नगर विकास मंत्री शिंदे? जानने के लिए पढ़ें ये खबर
आयोग ने दी सलाह
यह बैन 12 अप्रैल रात 8 बजे लगाया गया है और 13 अप्रैल रात 8 बजे तक लागू रहेगा। इस बीच वह किसी भी तरह का चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी। चुनाव आयोग ने इस कार्रवाई के साथ उन्हें सलाह दी है कि आगे वे इस तरह के बयान न दें। आयोग ने उनके बयानों की आलोचना करते हुए कहा है कि इस तरह के बयान से कानून-व्यवस्था खराब होती है।