दीदी का नया दांव! छटपटाहट या पलटवार?

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दांव पर दांव पर चले जा रही हैं। घायल पांव, गोत्र के बाद अब ममता बनर्जी का लेटर बम बंगाल चुनावों की पृष्ठभूमि को रंगने में लगा है।

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पश्चिम बंगाल में घायल पांव के बाद ममता का नया दांव सामने आया है। अब उन्होंने देश के सभी विपक्षी दलों से गुहार लगाई है। लेटर के माध्यम से ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने को कहा है। इसके लिए उन्होंने सोनिया गांधी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव, नवीन पटनायक, जगनमोहन रेड्डी, अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है। दीदी के इस दांव को लेकर यह भी कयास है कि, ये छटपटाहट है या भाजपा के सुपर प्रचार पर पलटवार?

दीदी की चिट्ठी बोली…

मैं यह पत्र आपको और गैर भाजपा दलों को इसलिए लिख रही हूं क्योंकि, केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र और भारत के संवैधानिक ढांचे पर हमला कर रही है। जिसे लेकर मुझे चिंता है।
आप इससे सहमत होंगे कि एनसीटी (अमेंडेड) विधेयक संसद के दोनों सदनों से जिस प्रकार पास हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कानून से केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गई सरकार से शक्ति छीनकर उपराज्यपाल के हाथों में सौंप दी है। केंद्र सरकार ने उपराज्यपाल को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का अघोषित वायसरॉय बना दिया गया है। केंद्र सरकार अपने अधिकारों का दुरुपयोग करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गई राज्य सरकार (पश्चिम बंगाल में भी) के समक्ष समस्या खड़ी कर रही है।

पत्र के अन्य मुख्य बिंदु

  • राज्यपाल भाजपा के कार्यालय के रूप में कार्य कर रहे हैं।
  • केंद्र सरकार अपने स्वार्थ के लिए सीबीआई, ईडी और अन्य संस्थानों का उपयोग गलत तरीके से विपक्ष के नेताओं के विरुद्ध उपयोग कर रही है।
  • केंद्र सरकार जानबूझकर राज्यों का धन रोककर रख रही है।
  • मोदी सरकार राष्ट्रीय संपत्तियों का तेजी से निजीकरण कर रही है। ये लोकतंत्र पर हमला है।
  • केंद्र और राज्य सरकार के संबंध पूर्व में इतने बिगड़े कभी नहीं थे।
  • भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकारों के अधिकारों को निन्मस्तर पर पहुंचाकर उसे महानगर पालिका के स्तर पर लाना चाहती है। इससे वह देश में एक दल के कानून को लागू करना चाहती है।

पहले खेल चुकी हैं गोत्र कार्ड

ममता बनर्जी विपक्ष के नेताओं को पत्र लिखने के पहले गोत्र का पांसा भी चल चुकी हैं। उन्होंने एक घटना का उल्लेख किया कि, वे एक मदिर गई थीं, वहां के पुजारी ने गोत्र पूछा तो वे बोलीं मेरा गोत्र मां, माटी और मानुष है।

कांग्रेस से कट्टी सोनिया गांधी उम्मीद

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का कांग्रेस से गठबंधन नहीं हो पाया है। लेकिन उन्हें अपने लेटर से सोनियां गांधी के समर्थन की आशा अवश्य है। राज्य में कांग्रेस, वामपंथी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जबकि चुनावों के पहले ममता बनर्जी की पार्टी से कांग्रेस की कट्टी हो गई थी।

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