उत्तराखण्ड में जनादेश आ गया है। भाजपा इस चुनाव में विकास कार्य और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मैजिक के भरोसे मैदान में उतरी थी। इसका प्रतिसाद उसे मिला है, जबकि, कांग्रेस को एंटी इनकम्बेन्सी से अधिक आशा थी। लेकिन उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। यहां हर पांंच साल बाद अलग-अलग पार्टियों की सरकार बनने की परंपरा भी टूट गई है और भाजपा दोबारा सत्ता में आ गई है।
पार्टी | आगे | जीत |
भाजपा | – | 47 |
कांग्रेस | – | 19 |
आप | – | 0 |
अन्य | – | 04 |
इसके पहले वर्ष 2017 में विधान सभा चुनाव हुए थे, जिसके बाद 70 सीटों में से 57 सीटों पर भाजपा को प्रबल जनमत मिला था। परंतु, पिछले पांच वर्षों में भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री बदलने की जो प्रक्रिया चली उसका भी इस बार परिणामों पर प्रभाव पड़ सकता है।