पीएम मोदी की रैली के दौरान हिंसा करने की साजिश रचने वाले पांच नेताओं पर समाजवादी पार्टी की गाज गिरी है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर आगमन के दौरान हिंसा फैलाने के षड्यंत्र रचने का आरोप है। फिलहाल यूपी पुलिस ने इन पांचाों को गिरफ्तार किया है।
सपा प्रमुख द्वारा की गई कार्रवाई को शक की नजरों से देखा जा रहा है। सवाल यह भी उठाए जा रहे हैं कि इतना बड़ा षड्यंत्र क्या इन्होंने खुद रचे थे या ये सिर्फ मोहरे हैं और इसका मास्टरमाइंड पार्टी का कोई बड़ा नेता है।
वीडियो में क्या है?
पीएम मोदी की 28 दिसंबर को कानपुर में रैली आयोजित की गई थी। इस दौरान एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग एक गाड़ी में तोड़फोड़ करते नजर आ रहे थे। इसके साथ ही वे उसमें आग भी लगा रहे थे। इस गाड़ी पर पीएम मोदी का पोस्टर लगा हुआ था। पुलिस और भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा था ताकि भाजपा कार्यकर्ता देखकर भड़क जाएं और हिंसा पर उतारु हो जाएं।
Aur inka kya kiyahttps://t.co/hMBslbrxTZ
— Kaptan Saab (@_MAHAKALsevakk) December 29, 2021
वीडियो की गई जांच
वीडियो की जांच करने पर सच सामने आ गया। उसके बाद इस मामले में इन सपा नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद सपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उनके नाम सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकांत शर्मा और सुशील रापजपूत हैं। फिलहाल कानपुर पुलिस ने बताया है कि मामले में और भी लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
भाजपा ने बताया बड़ा षड्यंत्र
इससे पहले संबित पात्रा ने कहा था कि सपा के इस षड्यंत्र के कारण बड़ी हिंसा हो सकती थी, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं की समझदारी और संयम के कारण उनका षड्यंत्र सफल नहीं हो सका।