मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरी बार पदभार ग्रहण करने के बाद श्रीराम नगरी अयोध्या की पहली यात्रा पर थे। इस यात्रा में मुख्यमंत्री ने देवालयों के लिए बड़ा आदेश जारी किया है। जिसके अंतर्गत अब धार्मिक संस्थानों से कमर्शियल कर वसूली रोक दी जाएगी।
अयोध्या के मंदिरों से अब प्रशासन टोकन मनी लेंगे। अब तक धार्मिक संस्थानों और मंदिरों से कमर्शियल टैक्स वसूली की जाती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी अयोध्या यात्रा में अयोध्या नगर निगम को आदेश दिया है कि, वह मंदिर, धर्मशाला, धार्मिक संस्थानों से कमर्शियल कर वसूली बंद कर दे।
ये भी पढ़ें – #Gudi Padwa हिंदू नव वर्ष का ऐसे बढ़ रहा है मान
रामलला के किये दर्शन
अपने दूसरे कार्यकाल की पहली यात्रा में मुख्यमंत्री ने श्रीराम मंदिर निर्माणस्थल पर जाकर रामलला का दर्शन पूजन किया और हनुमान गढ़ी पर भी दर्शन किया। अपनी यात्रा के बीच मुख्यमंत्री योगी ने श्रीराम मंदिर निर्माण के चरणों की जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा राम नवमी मेले के लिए प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इस बार दो वर्षों के अंतराल के पश्चात रामनवमी मेला होगा। कोविड-19 के कारण यह मेला नहीं हो पाया था। इस बार रामनवमी के मेले में दस लाख तीर्थ यात्रियों के सम्मिलित होने की आशा है।
बन्दउँ नाम राम रघुबर को। हेतु कृसानु-भानु-हिमकर को।।
बिधि-हरि-हर-मय-बेद-प्रान सो। अगुन अनूपम गुन-निधान सो।।कोटि-कोटि जन की सकल आस्था के केंद्र श्री राम जन्मभूमि पर श्री रामलला के दर्शन व पूजन कर चराचर जगत के कल्याण हेतु प्रार्थना की। pic.twitter.com/ME9u8A8weH
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 1, 2022
भेजें प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने अयोध्या नगर निगम को आदेश दिया है कि, वह धार्मिक संस्थानों से कर वसूली को कमर्शियल भाव के बजाय टोकन के रूप में वसूले। इस संदर्भ में राज्य सरकार की अनुमति के लिए एक प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजे, जिसे पारित करके लागू किया जाएगा।