प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वितीय कार्यकाल के पहले मंत्रीमंडल विस्तार से कुछ घंटे पूर्व मंत्रियों के त्यागपत्र का सिलसिला शुरू हो गया है। इसमें थावरचंद गहलोत समेत कई ऐसे नेताओं का नाम है जो सरकार के बड़े चेहरे माने जाते थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन मंत्रियों के विभागों का कार्य नए मंत्रियों में बांटा जाएगा।
केंद्र सरकार से जिन केंद्रीय मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है, सूत्रों के अनुसार उनमें डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावडेकर, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, सदानंद गौड़ा, देबोश्री चौधरी, संतोष गंगवार, रमेश पोखरियाल निशंक, संजय धोत्रे, रावसाहेब दानवे का नाम है। मंत्रीमंडल विस्तार में जनता दल युनाइटेड, अपना दल, लोक जनशक्ति पार्टी के शामिल होने की सूचना है, इसके लिए कई विभागों की आवश्यकता होगी। इसलिए माना जा रहा है कि जिन मंत्रियों के कार्यों की प्रगति पुस्तिका में कुछ कमियां देखी गईं उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा है। इन विभागों को अब नए मंत्रियों के दिया जा सकता है।
कर्नाटक के नव नियुक्त राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत जी ने आज उपराष्ट्रपति निवास पर उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति, श्री एम वेंकैया नायडु से भेंट कर, उन्हें राज्य सभा की सदस्यता से अपना त्याग पत्र सौंपा।
सभापति ने उनका त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है। pic.twitter.com/8Rv0sSxHdT— Vice President of India (@VPIndia) July 7, 2021
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बदलेगा विभाग
वर्तमान में केंद्र सरकार के कई मंत्रियों पर अन्य विभागों का अतिरिक्त प्रभार है। इसके अलावा त्यागपत्र से रिक्त हुए विभागों को नए मंत्रियों में बांटा जाएगा। इस प्रक्रिया में हो सकता है कुछ मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव हो सकता है।
महाराष्ट्र से ये होंगे मंत्री
राज्य के दो मंत्रियों ने अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। जबकि दस के लगभग सांसद इस समय दिल्ली में मौजूद हैं। जिनमें से कुछ को मंत्री पद दिये जाने की संभावना व्यक्त की गई है। इसमें नारायण राणे, कपिल पाटील का नाम लगभग तय माना जा रहा है, जबकि डॉ.हिना गावित, डॉ.भारती पवार, भागवत कराड, रणजीतसिंह नाईक निंबालकर में से कुछ लोगों को मंत्री पद मिल सकता है।