हाल ही में विधान परिषद पदवीधर और शिक्षक मतदार संघ चुनाव में करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र से दिल्ली तक फजीहत हो रही है। भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में अपनी हार का बड़ा कारण बैलेट पेपर से चुनाव कराना बता रही है। अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ‘दादा’ ने आरोप लगाया है कि मराठवाड़ा और पुणे मेंं बैलेट पेपर में बड़े पैमाने पर झोल किए गए हैं।
28 सदस्यों की फौज तैयार
विधान परिषद पदवीधर और शिक्षक मतदार संघ के चुनाव में हार की समीक्षा के लिए भारतीय जनता पार्टी ने दो दिवसीय चिंतन बैठक का आयोजन किया था। बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चंद्रकांत पाटील ने चुनाव में बीजेपी की भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भविष्य मे होनेवाले ग्राम पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने पार्टी की रणनीति पर चर्चा की है। इसके लिए 28 कार्यकर्ताओं की फौज तैयार की गई है। ये सभी सदस्य सभी जिलों में जाकर वहां के हालात के बारे में पार्टी के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। ये अगले तीन दिन में राज्य के विभिन्न जिले के लिए रवाना हो जाएंगे। इनमें से कई के पास दो जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ग्राम पंचायत चुनाव के मद्देनजर वहां की परिस्थिति कैसी है, कितनी सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार खड़े हैं, कितने पंचायत में सरपंच के लिए बीजेपी के पक्ष में हवा है। इन सबके बारे में वे अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।
ये भी पढ़ेंः यूपी में अधिसूचना जारी, इस दिन होंगे चुनाव….
अब नियमित बैठक शुरू
कोरोना काल में पार्टी में थोड़ी अनियमितताएं देखने को मिली थी। बीजेपी उसकी भरपाई करने की दिशा में काम करने में जुट गई है। प्रदेश अध्यक्ष पाटील ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अब प्रदेश कार्यकारिणी केअधिकारियों, पार्टी की कोर कमेटियों और विभिन्न कार्यकारिणीयों के अध्यक्षों की नियमित बैठक शुरू हो गई है। वे सभी दो दिवसीय बैठक में शामिल थे। इससे पहले कोरोना काल में वर्चुअल बैठक की जा रही थी। अब इसकी नियमित बैठक शुरू हो गई है।
ये भी पढ़ेंः दादांचा दावा, त्या मतपत्रिका को-याच…
विधान परिषद में हार की समीक्षा
चंद्रकांत पाटील ने कहा कि छह विधानपरिषदों के चुनाव में हुई हार की बैठक में समीक्षा की गई। इस बैठक में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि 14 हजार 500 ग्राम पंचायत में चुनाव के साथ ही पांच महानगरपालिका 92 नगरपंचायत का चुनाव मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। इसके लिए भी रणनीति तैयार की गई है।