तालिबान सरकार का असली चेहरा आया सामने, जनता की आवाज दबाने के लिए जारी किया ऐसा फरमान

तालिबान की अंतरिम सरकार तो बन गई है लेकिन उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने कई कड़े निर्णय लिए हैं।

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अफगानिस्तान में तालिबान की अंतरिम सरकार बनते ही उसका असर दिखने लगा है। सरकार ने अब लोगों पर पाबंदियां कसनी शुरू कर दी है। वह महिलाओं पर कोड़े बरसाने से लेकर विरोध -प्रदर्शनों पर पाबंदी लगाने की तानशाही पर उतर आया है।

अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने 20 साल बाद वापसी की है। उसने विरोध प्रदर्शन पर फरमान जारी किया है। अब प्रदर्शन से जुड़ी पूरी जानकारी सरकार को देनी होगी। पूरा विवरण 24 घंटे पहले सुरक्षा एजेंसियों को उपलब्ध कराना होगा।

विरोध प्रदर्शन पर रोक की कोशिश
8 सितंबर को तालिबान सरकार ने अपने विरोधियों पर शिकंजा कसने के कई फरमान जारी किए। तालिबान सरकार के गृह मंत्रालय ने विरोध प्रदर्शन पर कई तरह की शर्तें लागू कर दी हैं। कुछ दिन पहले ही तालिबानी नेताओं ने कहा था कि वे अपने खिलाफ विरोध को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। तालिबानी सरकार के निर्देश के अनुसार विरोध प्रदर्शन के डिटेल्स में किसलिए विरोध प्रदर्शन किए जाने से लेकर उसमें लगाए जाने वाले नारों तक के बारे में जानकारी देनी होगी।

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पाकिस्तान का विरोध
तालिबान की अंतरिम सरकार तो बन गई है लेकिन उसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने इस तरह के कड़े निर्णय लिए हैं। 7 सितंबर को अफगानिस्तान और तालिबान सरकार में पाकिस्तान की दखल के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए थे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। इससे गुस्साए तालिबानी नेताओं ने उन पर फायरिंग करने के आदेश दिए थे। इससे पहले पाकिस्तान खुफिया एजेंसी के प्रमुख फैज हामिद काबुल दौरे पर थे और उन्होंने कई तालिबानी नेताओं से मुलाकात की थी। इसके बाद अफगानिस्तान में पाकिस्तान का विरोध बढ़ गया है।

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