स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक, दादर में स्वतंत्रता दिवस पर 76वां ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के पदाधिकारी, वायुसेना अधिकारी, राष्ट्र भक्ति समिति के सदस्य और महाराष्ट्र मिलिट्री स्कूल के छात्र उपस्थित थे। ध्वजारोहण के बाद छात्रों ने संचलन किया, इससे परिसर में राष्ट्र भावना का ज्वार उमड़ पड़ा।
वीर सावरकर मार्ग पर स्थित स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के शुभ्र रंगों पर लहराता तिरंगा अनन्य देशभक्ति की वही भावना प्रसारित कर रहा था, जिसे क्रांति प्रणेता वीर सावरकर ने नई पीढ़ी को सौंपा है। सेना के गणवेश में कैप्टन निलेश देखणे और स्कूली गणवेश धारण किये महाराष्ट्र मिलिट्री स्कूल के छात्रों से वातावरण गरिमामयी हो गया था। राष्ट्र को क्रांतिगाथाओं से प्रफुल्लित करनेवाले स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक विश्व के लिए प्रेरणा है, राष्ट्र भक्ति का एक संदेश है प्रत्येक भारतीय के लिए, 15 अगस्त, 2022 को जब राष्ट्र, स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, उस समय छात्रों की परेड ने पूरे परिसर को रोमाचिंत कर दिया था। उस क्षण के भागी बने प्रत्येक हृदय में यही पंक्तियां चल रही होंगी, जिसमें राष्ट्र के प्रति समर्पण और शत्रु के लिए विनाश की हुंकार है…
आँखों में वैभव के सपने, पग में तूफानों की गति हो,
राष्ट्रभक्ति का ज्वार न रुकता, आए, जिस जिस की हिम्मत हो।
मुझे मिला 24 वर्ष राष्ट्र सेवा का भाग्य – ग्रुप कैप्टन निलेश देखणे
स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि कैप्टन निलेश देखणे का संबोधन भी राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत था। उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि, 24 वर्ष देश सेवा का अवसर मिला। महाराष्ट्र मिलिट्री स्कूल के छात्र मुझसे भी अधिक भाग्यशाली हैं, उन्हें छोटी आयु से ही सैनिकी प्रशिक्षण मिल रहा है। छात्रों को उन्होंने मंत्र दिया कि, इस छोटी से आयु से जो शिक्षा मिल रही है, उसे आत्मसात करो। आपके लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि, यह शिक्षा किसके द्वारा मिल रही है। बौद्धिक क्षमता का विकास हो, इसके लिए रामायण और पंचतंत्र का भी अध्ययन करें।
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गरिमामयी उपस्थितियों से उत्साह
छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कैप्टन निलेश देखणे प्रमुख अतिथि थे। उनके साथ स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर, कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे, कार्यवाह राजेंद्र वराडकर, सहकार्यवाह स्वप्निल सावरकर, सदस्य शैलेंद्र चिखलकर, वीर सावरकर की नातिन असिलता राजे सावरकर, राष्ट्रभक्ति समिति के सुनील पवार, विजय सुर्वे, सुरेशचंद्र तारकर, विवेक भाटकर, रविंद्र मेणकुरकर उपस्थित थे। इसके साथ ही बड़ी संख्या में राष्ट्राभिमानी नागरिक उपस्थित थे।