असम के मुख्यमंत्री को लेकर कई दिनों से जारी सस्पेंस खत्म हो गया है। हिमंत बिस्व सरमा प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें भाजपा के विधायक दल की बैठक में नेता चुन लिया गया है। वे 10 मई को शपथ ग्रहण करेंगे।
Congratulations and best wishes to Dr @himantabiswa Ji for being elected as the leader of @BJP4Assam legislative party & the new Chief Minister of Assam.
May Assam rise to new heights of development under your able leadership. pic.twitter.com/8c4hssGkQm
— BJP Assam Pradesh (@BJP4Assam) May 9, 2021
इसके पहले मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। उसके बाद विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें हिमंत बिस्व सरमा को नेता चुन लिया गया। प्रदेश की राजधानी गुवाहाटी में 9 मई को भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में नेता चुने गए हिमंत बिस्व सरमा ने 9 मई को सायंकाल राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
With the blessings of the people, tendered my resignation as the Chief Minister of Assam to the Hon'ble Governor Shri @jagdishmukhi ji in Raj Bhavan, Guwahati. pic.twitter.com/t4cu5jsfjQ
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) May 9, 2021
ये भी पढ़ेंः असम के मुख्यमंत्री पर माथापच्ची! केंद्रीय दल ने दो नेताओं को बनाया पर्यवेक्षक
चुनाव में नहीं की गई थी घोषणा
बता दें कि मुख्यमंत्री की रेस में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा आगे चल रहे थे। इससे पहले के कार्यकाल में सर्बदानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाया गया था। मुख्यमंत्री को लेकर कोई विवाद न हो, इसलिए भाजपा ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की थी।
ये बनाए गए पर्यवेक्षक
असम में विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रुप में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पार्टी महासचिव अरुण सिंह को नियुक्त किया गया था।
गठबंधन को बहुमत
असम में भाजपा को कुल 126 विधान सभा सीटों में से 60 सीटें मिली हैं, उसके सहयोगी असम गण परिषद को 9 और यूपीपीएल को 6 सीटें मिली हैं। भाजपा गठबंधन के पास 75 विधायक हैं।