पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी विधायक मुकुल रॉय को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही अटकलबाजी का दौर खत्म हो गया है। रॉय की घर वापसी हो गई है। उन्होंने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की उपस्थिति में घर वापसी कर ली है।
इससे पहले 10 मई को टीएमसी वरिष्ठ नेता सौगात रॉय ने मुकुल रॉय की घर वापसी के संकेत दिए थे। सौगात रॉय ने कहा था कि भले ही वे टीएमसी छोड़कर चले गए हैं, लेकिन उन्होंने ममता बनर्जी की कभी खुलकर आलोचना नहीं की। ऐसे नेताओं की पार्टी में वापसी संभव है।
सौगात रॉय ने किया था इशारा
सौगात रॉय के बयान के बाद ही पिछले कई दिनों से लगाए जा रहे कयास को बल मिल गया था और मुकुल रॉय की घर वापसी तय मानी जा रही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य मंत्री ममता बनर्जी खुद उनकी पार्टी में वापसी का स्वागत करेंगी।
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भाजपा को बड़ा झटका
मुकुल रॉय जैसे जनाधार वाले नेता का पार्टी छोड़ना भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वे पार्टी के भविष्य के लिहाज से भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण नेता माने जा रहे थे।
मुकुल रॉय ने धारण कर रखा था मौत
पिछले कई दिनों से चल रहे इस राजनैतिक ड्रामे का अंत ऐसा ही होने के उम्मीद की जा रही थी। इसका कारण यह था कि मीडिया में उन्हें लेकर हर दिन खबरें आने के बावजूद मुकुल रॉय ने मौन साध रखा था, जबकि उनके बेटे और पूर्व विधायक शुभ्रांशु कई बार तृणमूल कांग्रेस पार्टी और ममता बनर्जी की खुलकर प्रशंसा कर चुके हैं।
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2017 में थामा था भाजपा का दामन
मुकुल रॉय ने 2017 में भाजपा का दामन थामा था। उनके बाद उनके बेटे भी भाजपा में शामिल हो गए थे। हाल ही में हुए चुनाव से पहले टीएमसी के कई नेताओं के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। लेकिन अब उस नेता को भाजपा ने खो दिया है। भाजपा के भविष्य पर इसका दूरगामी परिणाम हो सकता है।