परमबीर सिंह की याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय में इसलिए नहीं हो सकी सुनवाई!

सर्वोच्च न्यायालय में परमबीर सिंह की उनके मामले की जांच महाराष्ट्र से बाहर कराने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन जस्टिस बीआर गवई ने पीठ से स्वयं को अलग कर लिया।

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मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह की याचिका पर 18 मई को सुनवाई नहीं हो सकी। पीठ के जस्टिस बीआर गवई द्वारा खुद को इस सुनवाई से अलग कर लेने के बाद इसकी सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस मामले की सुनवाई दूसरी पीठ के समक्ष किसी अन्य दिन होगी।

सर्वोच्च न्यायालय में परमबीर सिंह की उनके मामले की जांच महाराष्ट्र से बाहर कराने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई होनी थी, लेकिन जस्टिस बीआर गवई ने पीठ से स्वयं को अलग कर लिया। इस कारण सिंह की याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस याचिका पर किसी अन्य दिन दूसरी पीठ के सुनवाई समक्ष होगी।

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ये है मामला
बता दें कि अपनी याचिका में उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस आयुक्त संजय पांडेय पर धमकी देने और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से समझौता करने के लिए दवाब डालने का आरोप लगाया है। सिंह ने न्यायालय को बताया है कि उन्होंने बातचीत के टेप को सीबीआई को सौंप दिया है। उनका कहना है कि महाराष्ट्र में उन्हें मामले में न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है, इसलिए इसकी जांच प्रदेश से बाहर कराई जाए।

सिंह के आरोप
परमबीर सिंह ने आरोप लगाया है कि राज्य के डीजीपी संजय पांडेय ने उन्हें पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोपों को वापस लेने को कहा था। सिंह के अनुसार संजय पांडेय ने उन्हें कहा था कि अगर आप देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों को वापस लेते हैं तो आपके खिलाफ जांचों को बंद कर दिया जाएगा।

परमबीर सिंह के आरोप

  • देशमुख के खिलाफ शुरू की गई जांचों को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
  • गवाहों पर दबाव बनाए जा रहे हैं।
  • संजय पांडे ने मुझे फोन कर कहा कि मैं आपको कुछ सलाह देना चाहता हूं।
  • डीजीपी ने कहा कि वे सिस्टम के खिलाफ कई सालों तक लड़े, लेकिन सिस्टम कभी आपको जीतने नहीं देता है। डीजीपी ने कहा कि कोई सिस्टम के खिलाफ लड़कर जीत नहीं सकता है।
  • संजय पांडे ने कहा, 1 अप्रैल 2021 को आपके खिलाफ शुरू की गई विभागीय जांच सरकार की ओर से विचार किए जा रहे कई कार्रवाईयों में से एक है।
  • सरकार आपके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करना चाहती है।
  • डीजीपी ने कहा कि अगर आप ठीक भी हैं तो आपको सरकार के खिलाफ नहीं लड़ना चाहिए।
  • डीजीपी ने अनिल देशमुख के खिलाफ मुख्यमंत्री को लिखे लेटर को वापस लेने की सलाह दी।
  • संजय पांडे ने मुझे सलाह दी कि लेटर वापस लेते समय आप कह सकते हैं कि मैंने अनिल देशमुख से नाराज होकर यह लेटर लिख दिया था।

    सिंह ने सीएम को लिखा था पत्र
    बता दें कि 20 मार्च को परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने पत्र में लिखा था कि गृह मंत्री ने मुंबई के पूर्व पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को हर महीने 100 करोड़ रुपए हफ्ता वसूली का टारगेट दिया था। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

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