प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों के वापस लिये जाने के बाद अब यूनियन भी पैंतरा बदलने लगी है। इसी के अतंर्गत संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार की बैठक में एक बड़ा निर्णय लिया है। 29 दिसंबर को संसद तक निकाली जानेवाली ट्रैक्टर रैली को रद्द कर दिया है। परंतु, आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
ट्रैक्टर परेड के नाम पर दिल्ली की सड़कों पर हिंसा ढाने की घटनाएं देखने के बाद एक बार फिर लोगों के मन में वही चित्र उभरने लगा था। लेकिन, इस रैली के पहले ही मोदी सरकार ने तीन कृषि कानूनों को रद्द करके यूनियनों के आंदोलन की दशा ही बदल दी। पहले कानून वापसी की गुहार लगानेवाले किसान यूनियन के नेताओं ने यू टर्न ले लिया है। संसद तक निकलनेवाली ट्रैक्टर रैली रद्द कर दी गई।
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यूनियन का यू टर्न
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल सिंह ने एसकेएम की बैठक के बाद बताया कि, किसान यूनियन ने 29 दिसंबर, 2021 को होनेवाली ट्रैक्टर रैली रद्द करने का निर्णय किया गया है। लेकिन दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान आंदोलन करते रहेंगे। अब किसान यूनियन कानूनों के रद्द होने की मांग पूरी होने के बाद न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित कई मांगों के पीछे लग गए हैं।