भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने मुर्शिदाबाद हिंसा(Murshidabad violence) पर गठित विशेष जांच दल (Special Investigation Team) की रिपोर्ट पर पश्चिम बंगाल(West Bengal) की तृणमूल कांग्रेस सरकार(Trinamool Congress government) पर निशाना साधा है। पार्टी ने इसकी तुलना पहलगाम हमले(Pahalgam attacks) से की है और कहा है कि मुर्शिदाबाद में सुनियोजित तरीके से हिन्दू घरों, संपत्तियों और लोगों को निशाना(BJP cornered Trinamool Congress over Murshidabad violence) बनाया।
सुधांशु त्रिवेदी ने टीएमसी पर बोला हमला
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी(BJP spokesperson Sudhanshu Trivedi) ने 20 मई को पत्रकार वार्ता कर कहा कि एसआईटी की टीम में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के रजिस्ट्रार और पश्चिम बंगाल न्यायिक सेवा के दो अधिकारी शामिल थे। इन स्वतंत्र अधिकारियों की रिपोर्ट से यह साबित हो गया है कि ममता सरकार के कार्यकाल में हिन्दुओं पर क्रूर अत्याचार किए गए। त्रिवेदी ने बताया कि हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त समिति की रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि 11 अप्रैल को दोपहर 2 बजे से हमले शुरू हुए और ये स्थानीय तृणमूल नेता महमूद आलम के निर्देश पर हुए। पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बने रहे और कोई कार्रवाई नहीं की गई।
113 घरों को भी पहुंचाया नुकसान
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में बताया गया कि कुल 113 घरों को नुकसान पहुंचाया गया और लोग जान बचाकर मालदा की ओर पलायन करने को मजबूर हुए। यह घटना दर्शाती है कि हिंसा कितनी गंभीर थी। इसके बावजूद कुछ टीएमसी नेता कह रहे थे कि कुछ खास नहीं हुआ।
विपक्ष की हिंसा पर कथित चुप्पी पर त्रिवेदी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर हमले को लेकर सवाल उठाने वाले हिन्दुओं की हत्या पर कुछ नहीं कह रहे। हरगोविंद दास और चंदन दास की हत्या पर चुप्पी और पाकिस्तान के लिए सहानुभूति दिखाना विपक्ष की दोहरी नीति को उजागर करता है।
Join Our WhatsApp Community