शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने भाजपा नेता किरीट सोमैया पर आईएनएस विक्रांत के नाम पर चंदे के रूप में वसूले गए 57 करोड़ रुपये राजभवन तक नहीं पहुंचाने का आरोप लगाया है। संजय राऊत ने कहा कि यह देशद्रोह का मामला है, केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां अगर निष्पक्ष और पारदर्शक हैं तो मामले की जांच करनी चाहिए और किरीट सोमैया को दी गई सुरक्षा हटा लेनी चाहिए। जबकि, किरिट सोमैया ने राऊत के उन 17 आरोपों के साक्ष्य देने की चुनौती दी है।
संजय राऊत ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि भारतीय नौसेना का आईएनएस विक्रांत को स्क्रैप में डालने का निर्णय 2012 में रक्षा मंत्रालय ने लिया था। इसके बाद महाराष्ट्र के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल तत्कालीन रक्षा मंत्री से मिला था, लेकिन रक्षा मंत्री ने कहा था कि आईएनएस विक्रांत को 1971 भारत-पाक युद्ध का म्युजियम बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये का खर्च आने वाला है, जो केंद्र सरकार खर्च नहीं कर सकती है।
सोमैया की घोषणा
इसके बाद किरीट सोमैया ने उस समय पत्रकार वार्ता कर कहा था कि वे आम जनता के बीच जाकर 200 करोड़ रुपये जमा करेंगे और जमा रकम राज्यपाल के पास जमा करेंगे। लेकिन राजभवन की ओर से आरटीआई कार्यकर्ता को 17 फरवरी को दिए गए पत्र में कहा गया है कि इस तरह की कोई रकम नहीं आई है।
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सोमैया पर आरोप
संजय राऊत ने कहा कि उस समय किरीट सोमैया ने सेव विक्रांत के नाम पर आम जनता से 711 बाक्स में पैसे वसूले थे। यह बाक्स मुंबई के बिल्डर के कार्यालय में रखे गए थे। इस दौरान किरीट सोमैया के सेव विक्रांत के बाक्स में आईएनएस विक्रांत के 10 सेवानिवृत्त अधिकारियों ने 50 -50 हजार रुपये डाले थे। लेकिन बाद में आईएनएस विक्रांत स्कैप में बेच दिया गया और किरीट सोमैया ने जनता से वसूला गया 57 करोड़ रुपये अपने बेटे की कंपनी में तथा तत्कालीन चुनाव में खर्च किया गया। संजय राऊत ने कहा कि 57 करोड़ रुपये के आंकड़े अब तक मिल सके हैं, जबकि यह रकम 100 करोड़ रुपये से अधिक हो सकते हैं। संजय राऊत ने कहा कि यह भारत के इतिहास का सबसे बड़ा सैन्य घोटाला है, बोफोर्स से भी बड़ा घोटाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा, राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल माध्यम से केंद्र सरकार को इस मामले की गहन छानबीन अपनी एजेंसियों से करवानी चाहिए। महाराष्ट्र में यह घटना हुई है, इसलिए महाराष्ट्र सरकार इसकी जांच करने वाली है।
किरिट ने दी चुनौती
इसे लेकर किरीट सोमैया ने कहा कि संजय राऊत ने अब तक उनपर 17 आरोप लगाए हैं, लेकिन सबूत नहीं दिया है। यह आरोप भी पिछले आरोपों जैसे ही हैं।