शिवसेना अपनी प्रखर हिंदुवादी नीतियों के कारण हमेशा चर्चा में रही है। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने खुलकर बाबरी विध्वंस करनेवालों के शिवसैनिक होने की जिम्मेदारी स्वीकारी थी। परंतु अब सोशल इंजीनियरिंग का युग है, ठाकरे परिवार चुनावी अखाड़े में उतरकर सामना करने लगा है और साहेब के पुत्र उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं, तो पार्टी के शेवाले भी अब ख्वाजा के हवाले हो गए तो गलत क्या है?
बात ऐसी है कि, शिवसेना के सांसद राहुल शेवाले ने एक पत्र लिखा है मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को। जिसमें उन्होंने मांग की है कि घाटकोपर-मानखुर्द लिंक रोड पर बन रहे नए पुल का नामकरण सुल्तानुल हिंद ख्वाजा गरीब नवाज (मोईनुद्दीन सूफी चिश्ती) पर किया जाए।
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जनसंख्या में अधिक इसलिए नाम दे दो…
अपने पत्र में सांसद शेवाले लिखते हैं कि, छेड़ा नगर से मानखुर्द के बीच सत्तर प्रतिशत जनसंख्या मुस्लिमों की है इसलिए निर्माणाधीन पुल को सुल्तानुल हिंद ख्वाजा गरीब नवाज (मोईनुद्दीन सूफी चिश्ती) के नाम पर रखा जाए। उन्होंने इश संदर्भ में दो संस्थाओं के पत्रों का उल्लेख भी किया है, जिसमें ऑल इंडिया उलेमा एण्ड मशायक बोर्ड और उलेमा ए अहले सुन्नत का नाम है।