आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव के मद्देनजर शिंदे गुट ने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने का अभियान चलाया है। इसके लिए सांसद गजानन कीर्तिकर और राहुल शेवाले को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
बाला साहेब की शिवसेना पार्टी की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार महाराष्ट्र के प्रमुख नेता एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश से बीएमसी क्षेत्र के संगठनात्मक कार्य की जिम्मेदारी छह पदाधिकारियों को सौंपी गई है। इनमें सांसद व शिंदे गुट के नेता गजानन कीर्तिकर, मुंबई शहर के पालक मंत्री दीपक केसरकर, सांसद व उपनेता राहुल शेवाले, उपनेता व प्रवक्ता शीतल म्हात्रे, उपनेता आशा मामिडी, पूर्व पार्षद कामिनी राहुल शेवाले शामिल हैं।
उद्धव गुट के सामने बड़ी चुनौती
जहां उद्धव ठाकरे ने आगामी मुंबई मनपा चुनावों की पृष्ठभूमि में शिवशक्ति-भीमशक्ति के साथ प्रयोग करके मतदाताओं का सामना करने की योजना बनाई है, वहीं एकनाथ शिंदे ने पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी (कवाडे ग्रुप) के साथ गठबंधन करके उद्धव सेना को बड़ी चुनौती देने का प्लान बनाया है। एकनाथ शिंदे ने कीर्तिकर जैसे अनुभवी शिवसैनिक को मुंबई की सांगठनिक जिम्मेदारी देकर बीएमसी चुनाव में जीत का परचम लहराने का मास्टर प्लान बनाया है। इनके साथ ही 13 सांसदों को बालासाहेब की शिवसेना में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले राहुल शेवाले को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है।
कुल मिलाकर पिछले कुछ दिनों में शिंदे गुट में हो रहे घटनाक्रमों की समीक्षा करें तो राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि जल्द ही बड़ी संख्या में पार्षद टूटेंगे और उद्धव सेना के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी।