महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के नेताओं की केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा जांच किये जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शरद पवार ने भेंट की है। यह भेंट संसद भवन के प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई है। दोनों नेताओं की भेंट के बाद चर्चा थी कि, राज्य के नेताओं की ईडी और केंद्रीय जांच एजेंसियों से मिल रही पीड़ा थम जाएगी, परंतु जो सामने बात आई उसमें लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल खोडा पटेल को लेकर नाराजगी की शिकायत सामने आई है। इसके अलावा शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत पर बस टो टूक जानकारी देने की बात सामने आई है।
शरद पवार ने अपनी भेंट के बाद एक प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने लक्षद्वीप के प्रशासन प्रफुल पटेल के विषय में प्रधानमंत्री से चर्चा की है। बता दें कि, लक्षद्वीप डेवलपमेंट अथॉरिटी रेग्यूलेशन, 2021 नामक नए कानून के कारण द्वीप अशांत है। यहां का राजनीतिक वर्ग प्रशासक प्रफुल्ल खोडा पटेल का विरोध कर रहा है।
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राऊत पर बस इतनी सी बात
शरद पवार ने बताया कि प्रधानमंत्री को उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा सामना के संपादक और सांसद संजय राऊत पर की गई कार्रवाई के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री को उन्होंने संजय राऊत की संपत्ति अटैच किये जाने के विषय में जानकारी दी। इस पर प्रधानमंत्री से कुछ उत्तर की उन्होंने आशा नहीं की थी। उन्होंने कहा कि, यदि केंद्रीय एजेंसी इस प्रकार की कार्रवाई करती है तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। यह कार्रवाई संजय राऊत के विरुद्धकी गई है क्योंकि, वे सरकार के विरुद्ध बोलते हैं?
यूपीए अध्यक्ष की नहीं इच्छा
यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (यूपीए) अध्यक्ष पद को लेकर शरद पवार के नाम की चर्चा थी। इस पर पवार ने अपना पक्ष स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा है कि, उनकी इच्छा यूपीए अध्यक्ष बनने की नहीं है।