महाराष्ट्र के बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक काफी हंगामेदार रही। इस बीच विपक्ष के निशाने से बचने के लिए महाविकास आघाड़ी सरकार के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने राज्य विधानसभा को सूचित किया कि बिजली बिल नहीं भरनेवाले किसानों के बिजली कनेक्शन नहीं काटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए प्रस्ताव पारित किया है।
बता दें कि विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने बिल नहीं भरने वाले किसानों के बिजली कनेक्शन काटे जाने का उग्र विरोध किया है।
Deputy CM Ajit Pawar informs the Maharashtra Assembly that the state government has decided to stop disconnecting farmers' power connection for unpaid power bills. He also tells the House that a Government Resolution has been issued in this regard. https://t.co/U4Esr6mHcp
— ANI (@ANI) March 2, 2021
विपक्ष के निशाने पर उद्धव सरकार
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि एक तो लॉकडाउन के समय में बिजली वितरक कंपनियों ने मनमाने बिजली बिल भेजकर उपभोक्ताओं की आर्थिक परेशानी बढ़ाई, वहीं अब उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने 2 मार्च को भी विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। इस मुद्दे पर 1 मार्च को भी विपक्ष ने काफी आक्रामक रुख अपनाया था।
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1 मार्च से हुआ सत्र का आगाज
बता दें कि 1 मार्च से महाराष्ट्र के बजट सत्र का आगाज हो गया है और पहले दिन इसका ट्रेलर देखने को मिला था। विपक्ष किसानों के बिजली बिल के साथ ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि और औरंगाबाद-विदर्भ वैधानिक विकास मंडल को फंड नहीं उपलब्ध कराने के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा था। इसके साथ ही सरकार की नीतियों से नाराज विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया था।
आसान नहीं सरकार की राह
बता दें कि विपक्ष की आलोचना से बचने के लिए टिकटॉक स्टार पूजा चव्हाण आत्महत्या मामले में शिवसेना नेता व वनमंत्री संजय राठोड़ का मंत्री पद जा चुका है। पिछले काफी दिनों से भाजापा के निशाने पर रहे राठोड़ ने आखिर बजट सत्र शुरू होने से एक दिन पहले अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप दिया था। इसके बावजूद विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए संजय मुंडे-रेणु शर्मा प्रकराण के साथ ही कई मुद्दे हैं।