उन हंगामाखोरों पर एफआईआर… क्या होगी गिरफ्तारी?

नारायण राणे के बयान से राजनीतिक वातावरण तप गया है। इसके विरोध में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में शिवसैनिकों ने विरोध प्रदर्शन किया है।

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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के घर पर प्रदर्शन करने पहुंचे शिवसेना कार्यकर्ता और भारतीय जनता पार्टी व स्वाभिमान संगठन कार्येकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज हो गई है। यह प्रकरण मुंबई के सांताक्रुज पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। प्रकरण नारायण राणे के घर के सामने प्रदर्शन का है जिसमें शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे।

नारायण राणे के थप्पड़ मारने के बयान के बाद शिवसेना में आक्रोश था, इस पर नितेश राणे ने अपने ट्वीट से शिवसैनिकों को चुनौती दे दी। जिसके बाद शिवसेना पक्ष प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री के अवमान को लेकर युवा सेना ने मुंबई के जुहू क्षेत्र में स्थित नारायण राणे के बंगले के सामने प्रदर्शन किया। इसी बीच वहां भारतीय जनता पार्टी और स्वाभिमान सेना के कार्यकर्ता भी पहुंच गए।

हो गई भिड़ंत
शिवसेना और राणे समर्थक आमने सामने आ गए। एक दूसरे के विरुद्ध घोषणाबाजी से शुरू हुआ प्रदर्शन मारपीट में बदल गया। इस दौरा वहां बड़ी संख्या में पुलिस दल मौजूद था। पुलिस ने दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को तितर बितर करने के लिए हल्का से बल प्रयोग भी किया। इस कार्रवाई में दोनों पक्षों के 10-12 लोगों को हल्की चोटें भी आई हैं।

जुहू पुलिस ने इस प्रकरण में दोनों पक्षों के 50 से 60 लोगों के विरुद्ध कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने, दंगा करने, मारपीट करने का मामला दर्ज किया है।

गिरफ्तारी होगी!
जुहू में हंगामा करनेवाले शिवसेना कार्यकर्ताओं का नेतृत्व वरुण सरदेसाई कर रहे थे। उन पर भी प्रकरण दर्ज हुआ है। अब उनकी गिरफ्तारी होगी क्या यह सबसे बड़ा प्रश्न है।

कस्तूरबा मार्ग पुलिस थाने में भी शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। यहां भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता भिड़ गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 स्थानों पर एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें पुलिस कर्मियों के साथ गाली गलौच करने का आरोप भी लगा है।

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