शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नेता संजय राऊत अपनी विरोधी छवि में वापस लौट रहे हैं। कारागृह से छूटने के बाद जो राऊत भाजपा युति सरकार की प्रशंसा और फडणवीस, मोदी और शाह से मिलने की बातें कर रहे थे, उन्होंने तीसरे दिन के अपने संपादकीय में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। जिसमें उन्होंने 7 मंत्री और 15 सांसदों व विधायकों के जेल जाने का दावा किया है।
प्रवर्तन निदेशालय पर पीएमएलए न्यायालय की टिप्पणियों का हवाला देते हुए संजय राऊत की ओर से लिखा गया है कि, केंद्रीय एजेंसी खुद ही आरोपियों का चयन करती है, अन्यथा भाजपा को अर्थ आपूर्ति करनेवाले बिल्डर उसके मंत्री और विधायक-सांसदों गिरफ्तार हो सकते हैं।
ये भी पढ़ें – जानिये, शरद पवार से संजय राउत ने की मुलाकात तो किन मुद्दों पर हुई बात?
देशमुख का गुणगान
सामने में छपे अग्रलेख में उद्धव ठाकरे सरकार के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पर भी प्रश्न खड़े किये गए हैं। उनकी गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित होकर किये जाने का आरोप लगाया गया है। जिस प्रकार जांच के बिना ही संजय राऊत को फंसाने का प्रयत्न किया गया, ऐसा प्रयत्न विपक्ष के कई नेताओं के विरुद्ध किया जा रहा है। इसमें पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पर सवाल खड़ा किया गया है। प्रश्न किया गया है कि, कोई गृहमंत्री पुलिस के फौजदार रैंक के कर्मचारी से सौ करोड़ रुपए की वसूली करवा सकता क्या? वह भी ऐसा कर्मी जिसने अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी गाड़ी खड़ी की हो और अपने ही साथी की हत्या कर दी हो।