वीर सावरकर अवमान प्रकरण: राहुल गांधी की गिरफ्तारी की मांग, रणजीत सावरकर ने दर्ज कराई शिकायत

स्वातंत्र्यवीर सावरकर के विरुद्ध राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस हमेशा से दुष्प्रचार करती रहती है। वाशिम की एक सभा में राहुल गांधी ने फिर झूठा आरोप लगाकर वीर सावरकर का अपमान किया है। जिसके विरुद्ध समाज के सभी स्तर से आवाज उठ रही है।

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कांग्रेस की बड़बोली के प्रतिकार को लेकर स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष ने बड़ा कदम उठाया है। वीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर ने छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क पुलिस थाने में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विरुद्ध शिकायत की है।

राहुल गांधी वर्तमान में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर महाराष्ट्र में कदम ताल कर रहे हैं। इस यात्रा को मिल रहे अल्प प्रतिसाद को देखते हुए, राहुल ने वीर सावरकर पर अनायास टिप्पणियां शुरू कर दी। उनके पीछे पीछे गांधी परिवार के प्यादे नाना पटोले ने भी बांग दे दी। इससे राष्ट्र पुरुषों के प्रति सम्मान की दृष्टि से देखनेवाली जनता और राष्ट्राभिमानी दलों ने तीव्र विरोध शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर ने राहुल गांधी के विरुद्ध छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

राहुल गांधी को गिरफ्तार करो
स्वातंत्र्यवीर सावरकर पर आक्षेपार्ह्य टिप्पणी करने के आरोप में रणजीत सावरकर ने तीव्र रोष व्यक्त किया है। उन्होंने मांग की है कि, राहुल गांधी को गिरफ्तार करना चाहिए। कांग्रेस की यात्रा भारत तोड़ो की है।

जिस स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने अपना घर, पूर्ण संपत्ति राष्ट्र के लिए त्याग दी। आपने आयु के बहुमूल्य समय अर्पण कर दिये, वे जब कारावास से छूटकर आए तो उनकी आयु 54 वर्ष की थी। स्वातंत्र्यवीर सावरकर को यदि पैसे कमाना होता तो, वे बैरिस्टर थे लाखो रूपए कमा सकते थे। ऐसे वीर सावरकर ने अपने जीवन के 27 वर्ष, जिसमें 13 वर्ष स्थानबद्धता में और 14 वर्ष कारागृह में सजा काटकर व्यतीत किया। इतनी सजा भुगतनेवाले वे एकमात्र राजनेता थे। ऐसे राजनेता पर पेन्शन लेने का आरोप करके और मिमिक्री करके राहुल गांधी ने जो पाप किया है। उसके विरोध में मैं शिकायत करने आया हूं।

अंग्रेजों के पूरे रिकॉर्ड में वीर सावरकर मोस्ट डेंजरस व्यक्ति हैं ऐसा उल्लेख है। राहुल गांधी ने जो पत्र दिखाया वह उनकी मूर्खता का परिचय है। पत्र लिखने का एक तरीका होता है। उस काल में महात्मा गांधी के अनेक ऐसे पत्र हैं, जिसमें उन्होंने अंग्रेजों को लिखा है ‘मेस्ट ओबिडियन्ट सर्वेन्ट ‘ लिखा था। यह शिष्टाचार की एक पद्धति थी। यह पद्धति जिसे समझ में नहीं आती ऐसे मूर्खों से दूर रहें। यह भारत जोड़ो नहीं भारत तोड़ो यात्रा है।

रणजीत सावरकर, कार्याध्यक्ष – स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक

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हिंदुत्व निष्ठ अपमान पर सामने आए
स्वातंत्र्यवीर सावरकर के विरुद्ध आक्षेपार्ह्य टिप्पणी करने पर हिंदुत्व निष्ठ नेताओं और जनसामान्य ने तीव्र रोष व्यक्त किया है। रणजीत सावरकर जब छत्रपति शिवाजी पार्क पुलिस थाने में शिकायतर दर्ज कराने पहुंचे तो उनके साथ बालासाहेब की शिवसेना के सांसद राहुल शेवाले, स्थानीय विधायक सदा सरवणकर समेत बड़ी संख्या में राष्ट्राभिमानी उपस्थित थे।

क्या है पत्र में?
कांग्रेस के राहुल गांधी ने 16/11/2022 को वाशिम की सभा में ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी’ ऐसा झूठा आरोप लगाकर स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अपमान किया है। इसके अलावा ‘वीर सावरकर अंग्रेजों से पेन्शन ले रहे थे’ और उनके आदेशानुसार हिंदुस्थान के विरुद्ध कार्य कर रहे थे। इस प्रकार के झूठे आरोप लगाकर वीर सावरकर जैसे महान राष्ट्र पुरुष का अपमान किया है। इसलिए उनके विरुद्ध फौजदारी अपराध दर्ज किया जाए।

कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने भी 17 नवंबर,2022 को ऐसा ही वक्तव्य करके स्वातंत्र्यवीर सावरकर का अवमान किया है। इसलिए राहुल गांधी और नाना पटोले के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करके उन पर कार्रवाई की जाए।

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