टीवी धारवाहिक रामायण के राम यानी अरुण गोविल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। 1987 के आसपास के वर्षों में रामानंद सागर के दूरदर्शन पर प्रसारित होनेवाले रामायण सीरियल की अपार सफलता के साथ ही अरुण गोविल की लोकप्रियता चरम पर थी। लोग उन्हें भगवान राम समझकर उनकी आरती उतारते और पूजा करते। उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि वे सुरक्षा कारणों से बहुत कम ही अपने घर से निकलते थे। फिलहाल वक्त का चक्र आगे बढ़ गया है लेकिन कोरोना की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन में जब लोग घरों में बंद थे तो एक बार फिर रामानंद सागर के उस धारवाहिक को टेलीकास्ट किया गया था। इससे आज की पीढ़ी ने भी उन्हें पहचानना शुरू किया है।
श्रीराम मंदिर से जुड़ रहा है कनेक्शन
पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए अरुण गोविल का भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना एक बड़ी घटना है। अयोध्या में श्रीराम के मंदिर निर्माण के शुभारंभ के बाद से वैसे भी भगवान श्रीराम के नाम का हिंदू धर्म के साथ ही विश्व भर के अन्य धर्म के लोगों में भी तेजी से विस्तार हुआ है। ऐसे में बंगाल, असम से लेकर दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा को श्रीराम का मजबूत सहारा मिलना तय है।
Arun Govil-celebrated actor who portrayed the extraordinary character of Lord Ram in popular serial Ramayan met me today. I requested him to consider initiating a dialogue with youth of India on great spiritual traditions of India & thinking on to environmental conservation. pic.twitter.com/hFpRQFG1hC
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) March 19, 2021
भाजपा को होगा लाभ
अरुण गोविल को कलयुग में भगवान राम का चेहरा माना जाता है। आज जिनकी उम्र 45 से 60 वर्ष के बीच है, उनके मन में भगवान राम के रुप-रंग को लेकर अरुण गोविल का चेहरा रचा-बसा है। इस हाल में उनके भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का पूरा-पूरा लाभ भाजपा को मिलने की संभावना है। उनके पार्टी में आने से भाजपा को कम से कम हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण में काफी मदद मिलेगी। इसमें कोई शक नहीं है।
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अरुण गोविल के लिए भी मौका
अरुण गोविल के लिए भी यह एक मौका है। 63 वर्षीय अरुण गोविल पिछले काफी वर्षों से ज्यादा सक्रिय नहीं रहे हैं लेकिन उनके भाजपा में शामिल होने से उनकी सक्रियता बढ़ गई है। उन्होंने खुद कहा है कि भाजपा मुझे देश के लिए कुछ करने का मंच प्रदान करेगी।
इसलिए भाजपा में आए
भाजपा में शामिल होने का ऐलान करते हुए अरुण गोविल ने कहा कि ममता बनर्जी के जय श्रीराम के नारे की चिढ़ की वजह से मैं भाजपा में शामिल हुआ हूं। जय श्रीराम कहने में कुछ भी गलत नहीं है। यह कोई नारा या राजनैतिक नारा नहीं है, बल्कि यह हमारे लिए जीवनशैली है। यह हमारी संस्कृति और मूल्यों की पहचान है।
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सोशल मीडिया पर चर्चा
इन दिनों अरुण गोविल के भाजपा में शामिल होने की सर्वत्र चर्चा है। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं। वे एक बार फिर से लोकप्रिय हो गए हैं। बता दें कि भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसी के साथ पश्चिम बंगाल में उसके लिए रास्ता बन गया है। इसलिए इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पार्टी के नेता एड़ीचोटी का जोर लगा रहे हैं।