राज्यसभा चुनावः इन चार राज्यों में भाजपा के चक्रव्यूह में फंसी कांग्रेस ! जानें, कैसा है पार्टी का गेम प्लान

देश के 15 राज्यों की राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव होना है । राज्यसभा में भाजपा ने अपना बहुमत प्राप्त करने के लिए पूरी किलेबंदी कर दी है ।

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राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस चुनाव के लिए पार्टी ने चार केन्द्रीय मंत्रियों को पर्यवेक्षक बनाया है।

देश के 15 राज्यों की राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव होना है । राज्यसभा में भाजपा ने अपना बहुमत प्राप्त करने के लिए पूरी किलेबंदी कर दी है । महाराष्ट्र , राजस्थान , कर्नाटक और हरियाणा में कांटे की टक्कर है । बीजेपी ने 4 राज्यों में तय सीटों के अलावा एक-एक अन्य उम्मीदवार उतारकर कांग्रेस की जीत में पेंच फंसा दिया है।

हरियाणा में कांग्रेस की जीत पर संदेह, ऐसा है गणित
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें है । यहां बहुमत का आंकड़ा 31 है । भाजपा के पास 41 विधायक हैं । इस हिसाब से बीजेपी के उम्मीदवार कृष्णपाल पंवार की जीत तय है । दूसरी ओर कांग्रेस के हरियाणा में 31 विधायक हैं । कांग्रेस के अजय माकन की जीत तय है । लेकिन एक वोट के इधर –उधर होने से समीकरण गड़बड़ा जाएगा । भाजपा की सहयोगी पार्टी जजपा के 10 विधायक हैं । जजपा ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा को अपना समर्थन दिया है। बीजेपी ने भी कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दिया है । कार्तिकेय शर्मा कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा के दामाद हैं और विपक्ष के नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खास हैं । निर्दलीय विधायक और बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कार्तिकेय शर्मा को समर्थन कर दिया है । केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत हरियाणा में राज्यसभा के चुनाव प्रभारी हैं।

महाराष्ट्र में भी फंसा पेंच
महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए चुनाव होना है । जीत के लिए 42 वोटों की जरूरत है । केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल बोंडे की जीत तय है । लेकिन तीसरे उम्मीदवार धनंजय महाडिक को जीत के लिए 11 विधायकों के समर्थन की जरूरत है । ये मत महाविकास आघाड़ी में क्रॉस वोटिंग के बाद ही आ सकेंगे। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है ।

राजस्थान में भी भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री तोमर को बनाया प्रभारी
राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें है । जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है । राज्य में कांग्रेस के 108 विधायक हैं । बीजेपी के 71 विधायक हैं । कांग्रेस चार में दो सीटों को जीतने में सक्षम है,जबकि बीजेपी एक सीट जीत सकती है ।

कर्नाटक का ऐसा है हाल
कर्नाटक में भी राज्य सभा के चुनाव रोमांचक हो गए हैं । यहां जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 45 है। बीजेपी के 122 विधायक हैं । बीजेपी ने तीन उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है । केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण , अभिनेता जग्गेश और लहर सिंह मैदान में हैं । दो सीट जीतने के बाद बीजेपी के पास 32 वोट बचेंगे और तीसरे उम्मीदवार की जीत के लिए 13 मतों की आवश्यकता होगी । कांग्रेस के 70 विधायक हैं । इस गणित के अनुसार वह एक सीट अपनी विधायकों की संख्या के आधार पर जीत सकती है। दूसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए अतिरिक्त वोटों की आवश्यकता होगी।

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