हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ में विधानसभा की नई इमारत बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके जवाब में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जोड़ामाजरा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि हरियाणा को चंडीगढ़ में नई इमारत नहीं बनाने दी जाएगी।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा के स्पीकर पिछले लंबे समय से अलग विधान भवन की लड़ाई लड़ रहे हैं। हरियाणा सरकार 2029 के परिसीमन का हवाला देकर अलग इमारत चाहती है। 9 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह ने इस प्रस्ताव पर मोहर लगाए जाने के बाद अब पंजाब आक्रामक हो गया है।
पंजाब सरकार ने मांगी उच्च न्यायालय के लिए जमीन
पंजाब के मुख्यमंत्री अलग विधानसभा और हाई कोर्ट के लिए जमीन की मांग कर रहे हैं। इसी बीच हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ में विधानसभा की नई इमारत बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके जवाब में 10 जुलाई को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जोड़ेमाजरा ने कहा कि हरियाणा सरकार को चंडीगढ़ में विधानसभा की इमारत नहीं बनाने दी जाएगी।
पंजाब का रहेगा चंडीगढ़
उन्होंने कहा कि हरियाणा चाहे तो पंचकूला, फरीदाबाद या कुरुक्षेत्र में विधानसभा भवन बना ले लेकिन चंडीगढ़ पंजाब का है और पंजाब का ही रहेगा। हरियाणा भी पंजाब से गया है। चंडीगढ़ पहले से पंजाब का है। विधानसभा भवन भी पंजाब का है, वह भाईचारे के तौर पर हरियाणा को दी है।