पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने से पहले उनका स्टिंग ऑपरेशन करवाया गया है। यह पूरी कार्रवाई दस दिन में हुई है।
सीएम मीडिया सेल द्वारा जारी अधिकारिक जानकारी के अनुसार एक अधिकारी ने करीब दस दिन पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में विजय सिंगला द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की खबर मुख्यमंत्री को दी। अधिकारी ने सीएम को बताया कि मंत्री व उनके करीबी एक प्रतिशत पैसा मांग रहे हैं। क्या किया जाए।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारी को खुद भरोसा दिलाया की वह उसके साथ हैं और किसी मंत्री से उन्हें डरने की ज़रूरत नहीं। इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिकायत करने वाले अधिकारी की सहायता से एक स्टिंग ऑपरेशन करवाया। इसमें यह साफ हो गया कि मंत्री विजय सिंगला और उनके खास पहचान वाले एक प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे।
सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री से क्या पूछताछ की?
इसकी रिकॉर्डिंग करने के बाद और पूरे सबूत मिलने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य मंत्री को अपने पास तलब किया। सीएम ने स्वास्थ्य मंत्री से जब पूछताछ की और उसे रिकार्डिंग दिखाई तो उसने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया।
अरविंद केजरीवाल के साथ क्या बातचीत हुई?
इसके बाद भगवंत मान ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ इस बारे में बातचीत की। विजय सिंगला की बर्खास्तगी पर मुहर 22 मई को केजरीवाल के चंडीगढ़ दौरे के दौरान ही लग चुकी थी, लेकिन इसे 24 मई को क्रियान्वित किया गया।