अब वाड्रा भी करेंगे नेतागिरी!

5 जनवरी को रॉबर्ट वाड्रा से बेनामी संपत्ति विरोधी कानून के तहत जांच के सिसलिसे में 9 घंटे तक पूछताछ की गई। इस पूछताछ के बाद वाड्रा ने कहा कि किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए उन पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।

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गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा भी अब नेतागिरी करेंगे। 7 जनवरी को उन्होंने यह इच्छा जताई। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट बाड्रा आयकर विभाग की पूछताछ के तरीके से नाराज थे। उन्होंने अपने साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं एक प्रमुख राजनैतिक परिवार से संबंधित हूं। इस वजह से मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि मैं उस परिवार से संबंधित हूं, जिसकी कई पीढ़ियों ने इस देश की सेवा की और देश के लिए अपनी जान तक गंवा दी।

लड़ाई लड़ने के लिए संसद में रहना जरुरी
नई दिल्ली के अपने सुखदेव विहार कार्यालय में उन्होंन कहा कि मैंने पिछले कई साल में काफी कुछ सीखा है। मुझे इन ताकतों से लड़ने के लिए संसद में मौजूद रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने बाहर बहुत लड़ाई लड़ ली। मैंने खुद को बहुत समझाया लेकिन वे लगातार मुझे परेशान कर रहे हैं। मुझे लगता है कि वे ऐसा इसलिए कर रहे है, क्योंकि मैं राजनीति में नहीं हूं।

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परिवार इजजात देगा तो राजनीति में आऊंगा

वाड्रा ने कहा कि मेरे विचार अलग हैं। इसलिए मैं राजनाति से दूरी बनाए हुए हूं। लेकिन अब मैं सही वक्त पर फैसला लूंगा। मैं सोचूंगा कि यहां के लोगों के जीवन में क्या बदलाव ला सकता हूं। अगर परिवार इजाजत देता है तो मैं चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि प्रियंका मेरे फैसले का समर्थन करती है। मेरा परिवार जब इजाजत देगा तो मैं राजनीति में उतर सकता हूं।

ध्यान भटकाना सरकार का मकसद
वाड्रा ने कहा कि मैं राजनीति में नहीं होते हुए भी एक राजनैतिक लड़ाई लड़ रहा हूं। जब भी सरकार मुश्किल में होती है, तो मुझे पंचिंग बैग के रुप में इस्तेमाल किया जाता है। बेनामी संपत्ति के आरोपों को खारिज करते हुए वाड्रा ने कहा कि मेरे खिलाफ कुछ भी नहीं है। यह सब असल में लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जाता है।

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9 घंटे हुई पूछताछ
बता दें कि 5 जनवरी को रॉबर्ट वाड्रा से बेनामी संपत्ति विरोधी कानून के तहत जांच के सिसलिसे में 9 घंटे तक पूछताछ की गई। इस पूछताछ के बाद वाड्रा ने कहा कि किसान आंदोलन से ध्यान भटकाने के लिए उन पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।

इस मामले में हुई पूछताछ
राजस्थान के बीकानेर में वाड्रा से संबंधित कंपनी द्वारा कुछ भूखंड खरीदे जाने के मामले में यह पूछताछ की गई। इसी मामले में ईडी ने 2015 में धनशोधन का मामला दर्ज किया था। ईडी पहले इस मामले में वाड्रा से पूचथाछ कर चुकी है। 2019 में उनकी कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटलिटी प्राइवेट लिमिटेड की 4.62 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई थी।

मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
रॉबर्ट वाड्रा और उनके करीबी मनोज अरोड़ा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए विदेशों में बेनामी संपत्ति खरीदने का आरोप है। 12- ब्रायंस्टोन स्क्ववे यर स्थित लंदन में एक संपत्ति को खरीदने को लेकर वित्तीय एजेंसी से मनी लॉन्ड्रिंग का भी उनपर मामला दर्ज है। संपत्ति की कीमत 19 लाख पाउंज बताई गई है।  इस मामले में उनसे 2019 में कई बार पूछताछ की जा चुकी है। 6 फरवरी 2019 को उनसे काफी देर तक पूछताछ की गई थी।

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