प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब की रैली रद्द कर दी गई है। उनकी यहां फिरोजपुर में रैली प्रस्तावित थी। इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडविया ने जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से प्रधानमंत्री की रैली रद्द कर दी गई है।
इस रैली को दौरान चुनाव प्रचार के साथ ही मोदी 4,2750 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उपहार देने वाले थे। उनमें दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे, फिरोजपुर में पीजीआई सैटेलाइट और कपूरथला-होशियारपुर में दो नए मेडिकल कॉलेज शामिल थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकरी
मनसुख मंडविया ने फिरोजपुर जनसभा को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली किन्हीं कारणों से स्थगित कर दी गई है। हालांकि वे जल्द ही फिरोजपुर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। यहां प्रधानमंत्री 4,2750 करोड़ से अधिक की कई विकास योजनाओं की आधारशीला रखे वाले थे।
#WATCH | PM Narendra Modi cancels his scheduled visit to Punjab's Ferozepur to address a rally "due to some reasons", Union Minister Mansukh Mandaviya announces from the stage pic.twitter.com/j9Ykcmv9KA
— ANI (@ANI) January 5, 2022
किसानों ने रोक दिया रास्ता?
बताया जा रहा है कि किसानों ने प्रधानमंत्री का रास्ता रोक दिया। इस कारण उनका काफिला 15 मिनट तक फंसा रहा, जिसके बाद फिरोजपुर रैली स्थगित कर दी गई।
इससे पहले हुआ ऐसा
इससे पहले जानकारी मिली थी कि किसान मजदूर कमेटी, पंजाब के नेतृत्व में अमृतसर और तरनतारन जिलों के किसान फिरोजपुर में होने वाली प्रधानमंत्री की रैली को रोकने के लिए रवाना हो गए हैं। ये किसान पीएम की रैली का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में अमृतसर के बाहरी छब्बा गांव में एकत्र हुए थे और वहां से फिरोजपुर के लिए रवाना हुए थे। इसके बावजूद पंजाब सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और उसने उन्हें रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
प्रधानमंत्री सुबह पहुंचे थे भटिंडा
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री 5 जनवरी की सुबह भटिंडा पहुंचे थे। उन्हें हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। मौसम खराब होने के कारण प्रधानमंत्री को यहां करीब 20 मिनट रुकना पड़ा। बाद में जब मौसम में थोड़ा सुधार आया तो वे सड़क मार्ग से रैली स्थल के लिए रवावा हुए। उन्हें करीब दो घंटे लगे।
डीजीपी को किया गया था सूचित
इस बारे में पंजाब के डीजीपी को जानकारी देकर उनसे अनुमती ली गई। उसके बावजूद जब प्रधानमंत्री का काफिला रैली स्थल राष्ट्रीय स्मारक से 30 किमी दूर थी, तभी फ्लाइओवर के पास किसानों ने उनका रास्ता रोक दिया। वहां प्रधानमंत्री का काफिला 15-20 मिनट तक फंसा रहा। केएमएससी के प्रदेश महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि प्रधानमंत्री की रैली के विरोध में किसान मजदूर जत्थेबंदी का एक बड़ा काफिला रैली स्थल के लिए रवाना हुआ था। न्याय की मांग पर अमल न होने, एमएसपी गारंटी एक्ट लागू न होने, सभी राज्यों मे किसानों और मजदूरों के खिलाफ मुकदमे वापस न लिए जाने के विरोध में कृषि संगठन पीएम की रैली का विरोध कर रहे थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने फोन पर बात करने या इस मामले का समाधान करने से इनकार कर दिया। पंजाब सरकार द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति, लोकतांत्रिक सिद्धांतों में विश्वास रखने वाले किसी भी व्यक्ति को कष्ट पहुंचाएगी और उन्हें व्यथित करेगी।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) January 5, 2022
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मांगा जवाब
सुरक्षा अधिकारियों ने उसे राज्य सरकार की सुरक्षा में बड़ी चूक माना है और गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
Join Our WhatsApp CommunitySecurity breach during Prime Minister’s visit to Punjab
Press release-https://t.co/UMlF9dTsTk pic.twitter.com/vjUu394ahI
— Spokesperson, Ministry of Home Affairs (@PIBHomeAffairs) January 5, 2022