पश्चिम बंगाल चुनाव में एक दूसरे पर खुलकर टिप्पणी करनेवाले प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री फिर आमने-सामने होंगे।चक्रवाती तूफान यास से हुई क्षति के संदर्भ में यह भेंट होनी है। प्रधानमंत्री दो राज्यों का सर्वेक्षण करने के लिए जानेवाले हैं। जिसके अनुरूप प्रभावित लोगों की सहायता को लेकर चर्चा होगी। इस भेंट को लेकर चर्चा है कि क्या दोनों नेताओं में पिछले दिनों आई खटास का असर इस मुलाकात में दिखेगा?
मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करेंगे। प्रधानमंत्री पहले भुवनेश्वर में अधिकारियों से भेंट करेंगे और उनसे राज्य में चक्रवाती तूफान यास से हुई क्षति की जानकारी लेंगे। इसके बाद वे बालासोर और भद्रक जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे और वहां से पश्चिम बंगाल जाएंगे जहां पूर्वी मिदनापुर का सर्वेक्षण करेंगे।
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सीएम ने की भेंट की पुष्टि
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सचिवालय में हुई प्रेसवार्ता में प्रधानमंत्री से भेंट होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि,
प्रधानमंत्री 28 मई को पश्चिम बंगाल आ रहे हैं। वे पहले ओडिशा जाएंगे उसके बाद वे पूर्वी मिदनापुर जिले के कलाइकुंडा का सर्वेक्षण करेंगे और वहां चक्रवात से हुए नुकसान का आंकलन करेंगे। इसके बाद वे मुझसे कलाइकुंडा में मिलेंगे और 29 मई को मैं दिघा जाऊंगी। मैं वहां का हवाई सर्वेक्षण करुंगी।
इतनी हुई है क्षति
मुख्यमंत्री ने बताया की प्राथमिक रूप से राज्य में लगभग 13 हजार करोड़ रुपए की क्षति हुई है। जिससे कृषि, बिजली, मत्सोद्योग, पशुपालन क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
इस नुकसान का आंकलन फील्ड सर्वे के बाद टास्क फोर्स करेगा। चक्रवात में कुल 15 लाख लोगों का स्थानांतरण किया गया है। इस चक्रवाती तूफान से लगभग एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। अभी जल्दबाजी होगी चक्रवात से नुकसान का आंकलन करने में, लेकिन प्राथमिक अंदाज के अनुसार कुल 13 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मैंने एक हजार करोड़ रुपए का राहत पैकेज जारी कर दिया है।
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