प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बच्चों से ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में बातचीत की। इन दौरान पीएम ने बच्चों को सफलता का मूल मंत्र भी दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों को कुछ पाने के लिए छोटा रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। कुछ बच्चे परीक्षा में नकल करने पर अधिक ध्यान देते हैं। ऐसे बच्चे अगर अपना ध्यान सृजनात्मक और सकारात्मक क्षेत्र में लगाएं तो बेहतर परिणाम मिलेंगे।
ध्यान और लगन के साथ दें परीक्षा
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के छठे संस्करण में बच्चों और उनके माता-पिता से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने कहा कि हर साल देशभर से बच्चे उन्हें अपने अनुभव और सवालों के लिए लिखते हैं। यह काफी उत्साहजनक अनुभव रहता है। पीएम मोदी ने बच्चों को ध्यान और लगन के साथ परीक्षा देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह उसी प्रकार है जैसे एक क्रिकेट खिलाड़ी केवल अपने खेल पर ध्यान देता है न कि आसपास के शोर-शराबे पर। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बच्चों से समय प्रबंधन के महत्व पर अपनी मां से इस बारे में सीखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक मां पर कई तरह के काम का दबाव होता है और उसे कैसे मैनेज करती है, इसको उन्हें ध्यान से देखना चाहिए।
I urge the parents not to pressurise their children. But at the same time, students should also not underestimate their capabilities: PM Modi during 'Pariksha Pe Charcha' 2023 pic.twitter.com/XcpHXEsxHo
— ANI (@ANI) January 27, 2023
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बच्चों की क्षमता के अनुरूप रखें अपेक्षा
प्रधानमंत्री ने बच्चों के माता-पिता से कहा कि वह अपने बच्चों से उनकी क्षमता के अनुरूप ही अपेक्षाएं रखें। अगर सामाजिक दबाव के चलते बच्चों से अपेक्षाएं रखी जाएंगी तो समस्या पैदा होगी। उन्होंने कहा कि परिजनों को बच्चों पर दबाव नहीं बनाना चाहिए। वहीं, बच्चों को अपनी क्षमताओं को कम कर नहीं आंकना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इससे पहले ‘परीक्षा पे चर्चा’ पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।