राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। वे वनवासी संथाल समुदाय से देश की पहली महिला राष्ट्रपति हैं। विजय प्राप्त पर बंधाइयों की शृंखला शुरू हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “भारत ने इतिहास रच दिया। ऐसे समय में जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, पूर्वी भारत के एक दूरदराज के हिस्से में पैदा हुए आदिवासी समुदाय से आने वाली भारत की बेटी को हमारा राष्ट्रपति चुना गया है! इस उपलब्धि पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को बधाई। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी का जीवन, उनके शुरुआती संघर्ष, उनकी समृद्ध सेवा और उनकी अनुकरणीय सफलता प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है। वह हमारे नागरिकों, विशेष रूप से गरीबों, हाशिए पर और दलितों के लिए आशा की किरण बनकर उभरी हैं। मैं पार्टी लाइन के उन सभी सांसदों और विधायकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने श्रीमती की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। द्रौपदी मुर्मू जी। उनकी रिकॉर्ड जीत हमारे लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है।”
India scripts history. At a time when 1.3 billion Indians are marking Azadi Ka Amrit Mahotsav, a daughter of India hailing from a tribal community born in a remote part of eastern India has been elected our President!
Congratulations to Smt. Droupadi Murmu Ji on this feat.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2022
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने राष्ट्रपति चुने जाने पर द्रौपदी मुर्मू को बंधाई दी। राष्ट्रपति कोविन्द ने ट्वीट संदेश में कहा, “श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।”
Heartiest congratulations and best wishes to Smt. Droupadi Murmu on being elected as the 15th President of India.
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 21, 2022
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्रपति को बंधाई दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, एक अति सामान्य जनजातीय परिवार से आने वाली एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू जी का भारत का राष्ट्रपति चुना जाना पूरे देश के लिए अत्यंत गौरव का पल है, उन्हें बधाई देता हूँ। यह विजय अन्त्योदय के संकल्प को चरितार्थ करने व जनजातीय समाज के सशक्तिकरण की दिशा में एक मील का पत्थर है।
Join Our WhatsApp Communityश्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी जिन विषम परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए आज देश के इस सर्वोच्च पद पर पहुँची है वो हमारे लोकतंत्र की अपार शक्ति को दर्शाता है।
इतने संघर्षों के बाद भी उन्होंने जिस निःस्वार्थ भाव से खुद को देश व समाज की सेवा में समर्पित किया वो सभी के लिए प्रेरणीय है।
— Amit Shah (@AmitShah) July 21, 2022