PM Modi in Gujarat: राम मंदिर और अयोध्या को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान, जानें क्या कहा

उन्होंने बताया कि सरकार ने देश के 16 अन्य शहरों की पहचान की है, जिन्हें वह पवित्र शहर की तर्ज पर विकसित करना चाहती है।

347

PM Modi in Gujarat: प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार (16 सितंबर) को कहा कि केंद्र अयोध्या (Ayodhya) को एक “मॉडल सोलर सिटी” (Model Solar City) के रूप में विकसित करने के लिए काम कर रहा है, जहां इस साल की शुरुआत में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था, और कहा कि इस संबंध में काम पूरा होने वाला है।

उन्होंने बताया कि सरकार ने देश के 16 अन्य शहरों की पहचान की है, जिन्हें वह पवित्र शहर की तर्ज पर विकसित करना चाहती है। प्रधानमंत्री की टिप्पणी गुजरात के गांधीनगर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए आई।

यह भी पढ़ें- Hinduism: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राजस्थान से भरी ललकार! कहा- हिंदू समाज ही देश का निर्माता

17 शहरों की पहचान
पीएम मोदी ने री-इन्वेस्ट 2024 में कहा, “अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है। वे सूर्यवंशी थे। भगवान राम का एक भव्य मंदिर (अयोध्या में) बनाया गया है, लेकिन मैं दुनिया को बताना चाहता हूं कि अयोध्या एक मॉडल सोलर सिटी के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। काम पूरा होने वाला है।” उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि अयोध्या का हर घर सौर ऊर्जा से चले। हमने अब तक कई स्थानों को सौर ऊर्जा से जोड़ा है। हमने देश के 17 शहरों की पहचान की है जिन्हें हम सौर शहरों के रूप में विकसित कर सकते हैं।”

यह भी पढ़ें- J&K Assembly Election: जम्मू-कश्मीर में आज भाजपा के प्रचार में जुटेंगे अमित शाह, तीन जनसभाओं को करेंगे संबोधित

भारत अगले 1,000 सालों के लिए आधार तैयार कर रहा है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रीन फ्यूचर और नेट जीरो भारत की प्रतिबद्धता है और देश “मानवता के भविष्य को लेकर चिंतित है”। उन्होंने कहा, “…जब दुनिया में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उभरा भी नहीं था, तब महात्मा गांधी ने दुनिया को सचेत किया था…उनका जीवन न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट का था…उन्होंने कहा था कि पृथ्वी के पास हमारी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन हमारे लालच को पूरा करने के लिए नहीं…हमारे लिए ग्रीन फ्यूचर और नेट जीरो सिर्फ़ कुछ आकर्षक शब्द नहीं हैं, बल्कि ये भारत की प्रतिबद्धता है…एक विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में, हमारे पास इन प्रतिबद्धताओं को त्यागने का एक वैध बहाना था। हम कह सकते थे कि हम इस क्षेत्र में कोई भूमिका नहीं निभा सकते। लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हम वो लोग थे जो मानवता के भविष्य को लेकर चिंतित थे…आज का भारत अगले 1000 सालों के लिए आधार तैयार कर रहा है।”

यह भी पढ़ें- Delhi: केजरीवाल के इस्तीफे के दावे पर सियासी भूचाल, यहां पढ़ें

2047 तक विकसित राष्ट्र
पीएम मोदी ने कहा, “हमारा लक्ष्य सिर्फ़ शीर्ष पर पहुंचना नहीं है, बल्कि शीर्ष पर बने रहना भी है। भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए अपनी ऊर्जा जरूरतों और आवश्यकताओं को जानता है। हम यह भी जानते हैं कि हमारे पास अपना तेल और गैस भंडार नहीं है… इसलिए हमने सौर, पवन, परमाणु और जल विद्युत पर अपना भविष्य बनाने का फैसला किया…”

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.