दिल्ली में सांसद और विधायकों का ओरियंटेशन कार्यक्रम चल रहा है। मंगलवार को जब बैठक, मेल मिलाप और भोजन चल रहा था, उस समय महाराष्ट्र में बड़ी उथल पुथल हो रही थी। इसमें शिवसेना नेता संजय राऊत की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा संलग्न किया गया, इसके अलावा महाविकास आघाड़ी सरकार के एक घटक दल ने अलग होने की घोषणा कर दी है।
स्वाभिमानी शेतकरी संगठन (एसएसएस) के अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने मंगलवार को महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार से अलग होने की घोषणा की है। राजू शेट्टी ने कहा कि एमवीए सरकार किसानों के हित में विफल रही है, इसी वजह से उन्होंने यह निर्णय लिया है। हालांकि राजू शेट्टी के इस निर्णय से महाविकास आघाड़ी की सेहत पर कोई असर नहीं होगा।
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मिलेंगे राज्यपाल से
पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कोल्हापुर में मंगलवार को एसएसएस पक्ष के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद एसएसएस ने महाविकास आघाड़ी सरकार से अलग होने का निर्णय लिया है। राजू शेट्टी ने बताया कि उन्हें पता चला है कि महाविकास आघाड़ी सरकार की ओर से उनका नाम राज्यपाल की ओर नियुक्त होने वाले 12 विधान परिषद सदस्यों के प्रस्ताव में भेजा है। उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिलकर इसे रद्द करने के संबंध में पत्र देने वाले हैं।
सरकार पर लगाए आरोप
राजू शेट्टी ने बताया कि राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार दोनों ने उपेक्षित किसानों को तबाह करने का काम किया है। महाविकास आघाड़ी सरकार की ओर से राज्य में अलग बात की जाती है, जबकि दिल्ली में अलग बात की जा रही है। राजू शेट्टी ने कहा कि उन्होंने संगठन किसानों के हितों की रक्षा के लिए बनाया है और उसी वजह से चुनाव लड़ते हैं। उनका संगठन सिर्फ राजनीति करने के लिए चुनाव नहीं लड़ता है। इसलिए वे अब अपना पूरा ध्यान किसानों की सेवा में केंद्रित करेंगे।