राजस्थानः क्रॉस वोटिंग करने वाली भाजपा विधायक अब भुगत रही हैं ऐसी सजा

भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति ने विधायक शोभारानी कुशवाह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की सिफारिश और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की रिपोर्ट के आधार पर कहा गया है कि कुशवाह ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर घोर अनुशासनहीनता की है।

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राजस्थान में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह की क्रॉस वोटिंग के मामले को पार्टी ने गंभीरता से ले रहे हैं। वोटिंग के दिन यानी शुक्रवार को ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कारण बताओ नोटिस देकर विधायक को सात दिन के लिए निलंबित कर दिया था। इसके बाद शनिवार को केन्द्रीय अनुशासन समिति ने भी नोटिस देकर विधायक से जवाब तलब किया है।राजस्थान भाजपा ने पड़ताल भी शुरू कर दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह समेत सीनियर नेता क्रॉस वोटिंग के कारणों की जांच में जुटे हैं।

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कांग्रेस से मिलीभगत साबित होने पर शोभारानी भाजपा से बाहर होंगी यह तय है। सेंधमारी का जिम्मेदार कौन है। इस पर पार्टी गंभीरता से जांच कर रही है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि पार्टी के भीतर कहीं किसी बड़े भाजपा नेता ने तो इस पूरे खेल को अंजाम नहीं दिलवाया है। अगर ऐसा हुआ है तो उसकी भी रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को दी जाएगी।

विधायक शोभारानी के निष्कासन की प्रक्रिया शुरू
भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति ने विधायक शोभारानी कुशवाह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की सिफारिश और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की रिपोर्ट के आधार पर कहा गया है कि कुशवाह ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर घोर अनुशासनहीनता की है। भाजपा के संविधान और नियमों के आर्टिकल 25 के रूल 10 बी का भी उल्लंघन पाया गया है। केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने 7 दिन में शोभारानी से कारण बताने को कहा है कि उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से क्यों नहीं निष्कासित कर दिया जाए। 19 जून तक उनसे जवाब तलब किया गया है। साथ ही जांच के फाइनल रिजल्ट आने तक उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी अन्य जिम्मेदारियों और दायित्वों से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

तत्काल प्रभाव से निलंबित
जांच से पहले शुरुआती कदम उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने 10 जून को विधायक शोभारानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। उन्हें 7 दिन में कारण बताने के लिए नोटिस जारी किया है। इसका जवाब नहीं आने पर साफ चेतावनी दी गई है कि पार्टी एक्शन लेने के लिए स्वतंत्र होगी। कटारिया ने कहा कि शोभारानी के निष्कासन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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