उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो कार रखने के मामले में एनआईए के हत्थे चढ़े पूर्व सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे ने कहा है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है। 25 मार्च को एनआईए ने उन्हें फिर से रिमांड के लिए अदालत में पेश किया था। इस दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए बलि का बकरा बनाए जाने का आरोप लगाया। फिलहाल उनकी हिरासत 3 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है।
.…और गिड़गिड़ाने लगा पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट!
एनआईए की अदालत में सचिन वाझे ने गिड़गिड़ाते हुए कहा, ‘मैं डेढ़ दिन तक एंटीलिया और मनसुख हिरेन प्रकरण का जांच अधिकारी था। अचानक मुझसे कहा गया कि तुम्हारे खिलाफ सबूत है। तुम्हें गिरफ्तार किया जाता है। उनको जो जांच करनी थी, वो हो गई है। अब मुझे फिर से कस्टडी में मत भेजिए।’ वाझे ने विनती करते हुए कहा कि उन्हें न्यायालय में कई बातें बतानी है। एनआईए की विशेष अदालत ने वाझे की इस विनती पर कहा कि जो कहना है, वो लिखकर दो।
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सरकारी वकील ने दी दलील
सरकारी वकील अनिल सिंह ने कहा कि वाझे द्वार किया गया ये दावा बिलकुल गलत है। इसके साथ ही उन्होंने स्कॉर्पियो से बरामद किया धमकी लिखा पत्र न्यायालय में पढ़कर सुनाया, ‘अगली बार यह सब सामान कनेक्ट होकर आएगा। समझ जा। तुझे और तेरी पूरी फेमिली को उड़ाने का बंदोबस्त कर दिया गया है।’
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स्कॉर्पियो में थे दो पत्र
एनआईए के वकील ने कहा कि स्कॉर्पियो में दो पत्र थे। दूसरे पत्र में अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया गया था। इसलिए उसे न्यायालय में पढ़कर नहीं सुनाया जा सकता। उन्होंने उसे न्यायाधीश को सौंप दिया। बता दें कि मामले की सुनवाई न्यायधीश प्रशांत सित्रे की अदालत में हुई।