Nepal: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के बीच पाकिस्तानी सेना का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल नेपाल पहुंचा है, जिसको लेकर सरकार की आलोचना हो रही है। पाकिस्तानी सेना के प्रतिनिधिमंडल को नेपाल का दौरा कराने पर सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़ा किया जा रहा है। सत्ता पक्ष के सांसदों ने तत्काल पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को वापस भेजने की मांग की है।
सांसद डॉ. अमरेश सिंह ने उठाया यह सवाल
स्वतंत्र सांसद डॉ. अमरेश सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति में 4 मई को कतर एयरवेज से पाकिस्तानी सेना के प्रतिनिधिमंडल को नेपाल क्यों बुलाया गया है? उन्होंने पूछा कि आखिर भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसी स्थिति होने पर पाकिस्तान के सैन्य प्रतिनिधिमंडल को नेपाल बुलाकर सरकार क्या संदेश देने का प्रयास कर रही है?
तत्काल वापस भेजने की मांग
नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री और सतारूढ़ दल के नेता एनपी साउद ने नेपाल दौरे पर आए पाकिस्तानी सेना के प्रतिनिधिमंडल को तत्काल वापस भेजने की मांग की है। संसद में साउद ने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के बाद भी पाकिस्तानी सेना का नेपाल दौरा होना किसी भी तरह से ठीक नहीं है। इसे भ्रमण को तत्काल स्थगित करना चाहिए।
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नेपाल भारत से साथ
नेपाल में ओली सरकार को समर्थन दे रहे लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सांसद और पूर्व मंत्री सर्वेंद्र नाथ शुक्ला ने कहा कि नेपाल को पाकिस्तान के साथ दोस्ती नहीं पूरी दूरी बना कर रखना चाहिए। अगर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नेपाल इस समय भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ तो पूरी दुनिया में हम अकेले और अलग-थलग पड़ जाएंगे।