मुंबई महानगरपालिका ने 6 मार्च को केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को मुंबई स्थित उनके आधीश बंगले पर हुए अवैध निर्माण मामले में फिर नोटिस जारी किया है। इस नोटिस से राणे परिवार की मुसीबतें बढ़ गई हैं। एक तरफ जहां दिशा सालियन मामले में राणे पिता-पुत्र से लंबी पूछताछ की गई है, वहीं उनके बंगले में कथित रुप से अवैध निर्माण को लेकर उनकी परेशानी बढ़ रही है।
नारायण राणे के मुंबई में जुहू में स्थित आधीश बंगले में मुंबई महानगरपालिका के नौ अधिकारी निरीक्षण करने गए थे। इन अधिकारियों ने बंगले का निरीक्षण करने के बाद आधीश बंगले में हुए अवैध निर्माण के लिए राणे को नोटिस जारी किया है।
राणे का प्रतिक्रिया देने से इनकार
राणे ने इस संबध में किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। अगर राणे की ओर से इस संबंध में सकारात्मक उत्तर नहीं दिया गया गया तो मनपा उनके बंगले पर कानूनी कार्रवाई कर सकती है। इस तरह की जानकारी मुंबई मनपा सूत्रों ने दी है।
यह है मामला
मुंबई में नारायण राणे के सांताक्रुज के जुहू इलाके में स्थित आधीश बगले में हुए अवैध निर्माण कर जानकारी मुंबई मनपा को मिली थी। सांताक्रुज के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत की थी। इसी आधार पर मनपा ने इसकी जांच की है और राणे के आधीश बंगले में हुए अवैध निर्माण का पता चला चला है। नारायण राणे ने कथित रूप से अपने आधीश बंगले में सीआरजेड कानून का उलंघन करते हुए अवैध निर्माण किया है। इसी वजह से मुंबई मनपा ने उनको नोटिस जारी किया है। हालांकि राणे ने इस कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि उनके बंगले पर किसी भी तरह का अवैध निर्माण नहीं हुआ है, मनपा गलत तरीके से उनके बंगले पर कार्रवाई कर रही है।