दिल्ली के जवारलाल नेहरू विश्वविद्यालय कैंपस में बाबरी ढांचे के पुनर्निर्माण को लेकर हुई नारेबाजी पर प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जेएनयू शिक्षण संस्थान की जगह राष्ट्रविरोधी वामपंथियों का अड्डा बनकर रह गया है। समय आ गया है कि जेएनयू को लेकर गंभीरता से विचार हो।
डॉ. मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग देश में फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है और जेएनयू में देश विरोधी नारे इसी क्रोनोलॉजी के तहत लगे हैं। जनता की गाढ़ी कमाई पर चलनेवाला जेएनयू अब देश विरोधी वामपंथी विचारधारा का अड्डा बन गया है।
ये कभी चीन-पाकिस्तान के बारे में नहीं बोलते
मंत्री मिश्रा ने कहा कि यह गिरोह कभी चीन के खिलाफ नहीं बोलता, पाकिस्तान के खिलाफ भी उनके मुंह से आवाज नहीं निकलती है। उससे भी शर्मनाक यह है कि जब भी इन देशद्रोही टुकड़े-टुकड़े गैंग पर कार्रवाई होती है, कांग्रेस इनके समर्थन में खड़ी हो जाती है।
देश में अशांति फैलाने की साजिश
गृह मंत्री ने कहा कि जेएनयू में हुई नारेबाजी देश मे अशांति फैलाने के लिए की जा रही साजिश का हिस्सा है। कांग्रेस और टुकड़े-टुकड़े गैंग की क्रोनोलॉजी समझिए। फारुख अब्दुल्ला कहते हैं कि किसानों की तरह कश्मीर में धारा 370 फिर से लागू कराने के लिए शहादत देनी होगी। उसके एक दिन बाद ही बाबरी ढांचे के पुनर्निर्माण को लेकर जेएनयू में नारेबाजी हो जाती है। उसके पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद हिंदुत्व को आतंकी संगठन आईएसआईएस से तुलना कर विवाद पैदा करते हैं।
ये भी पढ़ेंः भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम ने दी कड़ी नसीहत, “खुद को बदलिए वर्ना…”
जनता सब समझती है
डॉ. मिश्रा ने कहा कि एक ओर नेता राशिद अल्वी तो राम भक्तों की तुलना राक्षस से कर भावनाएं भड़काने का प्रयास करते हैं। यह सब उसी क्रोनोलाजी का हिस्सा था। यह राहत की बात है कि देश की जनता कांग्रेस और टुकड़े-टुकड़े गैंग की साजिश को अच्छे से समझती है। इसलिए देश में अशांति फैलाने के सारे प्रयास असफल हो जाते हैं।