महाराष्ट्र में मराठा तो अन्य राज्यों में भी भड़कती रही है कई समुदायों के आरक्षण की आग!

देश में आजादी से पहले ही नौकरियों और शिक्षा में पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण देने की शुरुआत कर दी गई थी। इसके लिए अलग-अलग राज्यों में विशेष आरक्षण के लिए आंदोलन होते रहे हैं।

76

देश में आरक्षण का सालों से चला आ रहा है। आजादी से पहले ही नौकरियों और शिक्षा में पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण देने की शुरुआत कर दी गई थी। इसके लिए अलग-अलग राज्यों में विशेष आरक्षण के लिए आंदोलन होते रहे हैं। राजस्थान में गुर्जर, हरियाणा में जाट और गुजरात में पाटीदारों (पटेल) के साथ ही महाराष्ट्र में मराठा समुदाय ने आरक्षण की मांग की है। फिलहाल अन्य राज्यों में तो आरक्षण का मामला शांत है लेकिन महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के आरक्षण का मुद्दा एक बार भी धधकता हुआ दिख रहा है।

इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के सांसद संभाजी राजे छत्रपति ने 16 जून को कोल्हापुर में मराठा आरक्षण के लिए मौन आंदोलन का आयोजन किया। इस आंदोलन के मद्देनजर कोल्हापुर में सुरक्षा का तगड़ा बंदोबस्त किया गया। स्थानीय पुलिस ने इस आंदोलन में आने वाले हर नेता का रिकॉर्ड रखा है। इसके साथ ही आंदोलन में शामिल सभी लोगों से पुलिस ने कोरोना रोधी नियमों का पालन करने की अपील की है।

छत्रपति शाहू महाराज परिवार के सदस्य भी हुए शामिल
सुबह 11 बजे शाहू महाराज की समाधि से यह आंदोलन शुरू हुआ। पहले चरण में पांच जिलों में आंदोलन किया जाएगा, जबकि इसकी शुरुआत कोल्हापुर से की गई। आंदोलन में शामिल सभी लोगों ने मौन रहहते हुए कोरोना के नियमों का पालन किया। आंदोलनकारियों को सख्त निर्देश दिया गया कि वे कोई ऐसा काम न करें, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सके। साहू महाराज परिवार से खुद शाहू महाराज, मालोजी महाराज, संभाजी राजे की पत्नी संयोजी राजे और पुत्र शाहजी राजे उपस्थित थे।

संभाजी राजे की 5 प्रमुख मांगें

  • सारथी संगठन को सक्षम बनाने के लिए कदम उठाए जाएं
  • अन्नासाहेब महामंडल की स्थापना
  • जिलों में मराठा समुदाय के लिए छात्रावासों की स्थापना
  • ओबीसी जैसे गरीब मराठा समुदाय को शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करना
  • जॉब प्लेसमेंट में फंसे 2,085 छात्रों का रास्ता साफ करना

संभाजी राजे ने की अपील
आंदोलन शुरू होने के बाद, संभाजी राजे ने शुरू में उपस्थित समुदाय से अपील की। आज मौन आंदोलन है। इसलिए केवल जनप्रतिनिधि ही बोलेंगे। उपस्थित लोगों में से किसी को भी जनप्रतिनिधियों से सवाल करने की इजाजत नहीं है।जनप्रतिनिधियों को अपनी भूमिका निभाने दें। उनकी बात सुनें।

ये भी पढ़ेंः महाराष्ट्र में मराठा तो अन्य राज्यों में भी भड़कती रही है कई समुदायों के आरक्षण की आग!

ये रहे जनप्रतिनिधि !
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील,वंचित बहुजन मोर्चा के प्रकाश अम्बेडकर,कांग्रेस नेता और पालक मंत्री सतेज पाटील,स्वास्थ्य राज्य मंत्री राजेंद्र पाटील यादवकरी,ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरीफ,शिवसेना सांसद धैर्यशील माने,
सांसद संजय मांडलिक,जनसुराज्य पार्टी विधायक विनय कोरे,विधायक प्रकाश आबिटकर और विधायक राजेश पाटील

मराठा आरक्षण को नक्सली समर्थन
आरक्षण को लेकर मराठा आंदोलन को नक्सलियों द्वारा समर्थन किए जाने को लेकर महाराष्ट्र में तरह-तरह की बातें की जा रही हैं। इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के सांसद और आंदोलन के नेता छत्रपति संभाजी महाराज ने कहा है कि मुझे पता चला है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के स्वराज्य का जिक्र कर नक्सली संगठन मराठा समुदाय को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। नक्सलियों ने कहा है, मराठा, हम आपका इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मराठा समुदाय के सदस्य और छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज के रुप में मैं नक्सलियों से लोकतंत्र की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील करता हूं, हम उनकी प्रतीक्षा कर रहे हैं।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.