प्रधानमंत्री की सूरक्षा में चूक या षड्यंत्र? जानें, क्या कहते हैं विशेषज्ञ

पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने हैं। वहीं विशेषज्ञ भी इस बारे में अपनी राय दे रहे हैं।

111

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बठिंडा एयरपोर्ट पर तैनात पुलिस अधिकारियों को कहा कि अपने सीएम को धन्यवाद करना कि मैं बठिंडा सकुशल लौट आया। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद हड़कंप मचा हुआ है। गृहमंत्रालय ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चुक के लिए पंजाब सरकार से जवाब मांगा है। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पंजाब चुनाव प्रभारी गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पीएम की सुरक्षा में चूक को आपराधिक साजिश बताया है।

मौसम खराब होने के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सड़क मार्ग से हुसैनीवाला बार्डर शहीद स्मारक जाना था। इसकी जानकारी पंजाब पुलिस के अधिकारियों को दी गई थी । बठिंडा एयरपोर्ट पर पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल प्रधानमंत्री की आगवानी के लिए पहुंचे थे। लेकिन रास्ते में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले को एक फ्लाईओवर किसान यूनियन के प्रदर्शनकारियों ने 20 मिनट तक रोके रखा ।

बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किसानों द्वारा जान से मारने की साजिश थी और पंजाब की कांग्रेस सरकार ने उसका साथ दिया? किसान आंदोलनकारियों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बदले हुए रूट की जानकारी कैसे लीक हुई?

स्मृति ईरानी ने उठाया सवाल
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस मामलें में कई सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री की जान को जोखिम में डाला गया और पंजाब पुलिस मूकदर्शक बनी रही। स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे । कांग्रेस का ये कौन-सा जोश है ।

ये भी पढ़ेंः प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक? जानिये, क्या बोले मुख्यमंत्री चन्नी

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

  • पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी शशिकांत ने हिन्दूस्थान पोस्ट से बात करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से राज्य सरकार की चूक है । इंटेलिजेंस की चूक है । प्रधानमंत्री के रूट को 500 मीटर तक एसपीजी और राज्य पुलिस अपने कब्जे में ले लेती है । प्रधानमंत्री की सुरक्षा से कोई समझौता नही किया जा सकता ।
  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हुसैनीवाला बार्डर पर शहीदों के स्मारक पर जाना था । इस स्थान की पाकिस्तान से महज 20 किलोमीटर की दूरी है । पाकिस्तान यहां पर ड्रोन भेजता रहता है । पंजाब की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर का कहना है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना एक साजिश हो सकती है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और दोषी मंत्रियों , पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए ।

तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पंजाब की पहली यात्रा थी । इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिरोजपुर में पीजीआई के रीजनल सेंटर सहित कई विकास योजनाओं का शुभारंभ करना था। साथ ही भाजपा की एक चुनावी रैली को भी संबोधित करना था ।

 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.