चीनी कब्जे में अटके भारतीयों के लिए राहत का समाचार है। उन्हें रिहा कराने के लिए राजनयिक स्तर पर बातचीत शुरू हो चुकी है जिसपर जल्द ही निर्णय आ सकता है।
चीन के सागर में अटके 39 भारतीय नाविकों की जल्द ही वतन वापसी हो सकती है। ये सभी कार्गो वेसेल एमवी अंटासिया और एमवी जग आनंद पर कार्यरत हैं। ये कोयला लेकर चीन पहुंचे थे जहां चीनी प्रशासन ने इन्हें न तो माल खाली करने दिया और न ही इन्हें वहां से निकलने दे रहे हैं। दोनों जहाजों में से एमवी अंटासिया चीन के बोहाई समु्द्र में अटका है जबकि एमवी जग आनंद जिंगटैंग के सागर में एंकर डालकर खड़ा है।
ये भी पढ़ें – भारत को भी मिल गई संजीवनी!
गंभीरता से दोनों विषयों में जानकारी ले रहे हैं – विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के अनुसार,
बीजिंग में हमारा दूतावास निरंतर चीन के संपर्क में है। हमने इस मुद्दे को चीन के विदेश विभाग और स्थानीय प्रशासन के समक्ष उठाया है। उनसे मांग की गई है कि जहाजों को डॉक में रहने दें लेकिन चालक दल को बदलने की इजाजत दें। भारतीय राजदूत ने निजी तौर पर इस विषय को चीन के उप विदेश मंत्री के समक्ष खड़ा किया है।
बता दें कि, रिपोर्ट के अनुसार एमवी जग आनंद कोयला लेकर चीन गया था। जिसे चीन ने खाली करने की इजाजत नहीं दी और जहाज के साथ स्टाफ को भी वहीं रोक लिया। इस बारे में चीनी अधिकारियों से भारतीय दूतावास निरंतर संपर्क में है।