भारतीय जनता पार्टी की प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी के पुत्र मयंक ने समाजवादी पार्टी की साईकिल की सवारी कर ली है। विधान सभा चुनावों के पहले बहुगुणा जोशी परिवार मयंक के लिए उम्मीदवारी की मांग कर रहे थे। परंतु, भाजपा से इस विषय में सकारात्मक परिणाम नहीं मिला तो विधान सभा चुनाव के छठे चरण की पूर्णाहुति होते-होते मयंक जोशी ने साईकिल की सवारी कर ली।
टूटी प्रतिज्ञा
पुत्र मयंक जोशी के लिए रीता बहुगुणा जोशी ने स्पष्ट किया था कि, यदि उनके पुत्र को इस आधार पर टिकट मिलता है कि ‘एक परिवार, एक टिकट’ तो वे अपना पद छोड़ देंगी। लेकिन, इसका बिल्कुल भी अर्थ यह नहीं होगा कि, दूसरी पार्टी में चली जाएंगी, वे भाजपा के साथ ही रहेंगी। अब भले ही रीता बहुगुणा जोशी भाजपा के साथ हैं परंतु, पुत्र ने पाला बदल लिया है।
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा जी के नाती, युवा नेता, श्री मयंक जोशी आजमगढ़ में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की उपस्थिति में ग्रहण की समाजवादी पार्टी की सदस्यता।
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— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 5, 2022
सियासी फेरी: छह साल पहले रीता बहुगुणा जोशी भाजपा में आई
रीता बहुगुणा जोशी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से हैं। उनके पिता हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उनकी माता जी कमला बहुगुणा सांसद थीं। रीता जोशी भी 24 वर्षों तक कांग्रेस के साथ रहीं, विभिन्न पदों पर कार्य करती रहीं। लेकिन 2016 में उन्होंने कांग्रेस से भाजपा में प्रवेश कर लिया। रीता जोशी के पुत्र मयंक जोशी 2009 से लखनऊ की राजनीति में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे थे। 2022 के चुनावों में यहां से टिकट चाहते थे।