महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मंत्रियों से कई निर्दलीय विधायक नाराज हैं। यह सभी निर्दलीय विधायक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलकर मंत्रियों की शिकायत करेंगे। निर्दलीय विधायकों की नाराजगी का खामियाजा उद्धव सरकार को राज्यसभा और विधानपरिषद चुनाव में होने की आशंका जताई जा रही है।
प्रहार जनशक्ति पक्ष के विधायक तथा राज्यमंत्री बच्चू कडू ने भी उद्धव ठाकरे सरकार पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि उनके दो विधायक हैं, जो महाविकास आघाड़ी सरकार से शुरू से जुड़े हैं, लेकिन उनकी समस्याओं पर सरकार विचार नहीं कर रही है, इसलिए वे राज्यसभा चुनाव के अंतिम दिन महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे। रामटेक विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक आशीष जायसवाल ने कहा कि उद्धव सरकार के कार्यकाल में फंड के बंटवारे में बड़े पैमाने पर भेदभाव किया जा रहा है। निर्दलीय विधायकों को उनके निर्वाचन क्षेत्र में फंड पास करवाने के लिए मंत्रियों की मनमानी सहन करनी पड़ती है। वे शुरू से ही शिवसेना का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन मंत्रियों की मनमानी से कई निर्दलीय विधायक नाराज हैं जो राज्यसभा चुनाव में अपना गुस्सा निकाल सकते हैं।
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चंद्रपुर के निर्दलीय विधायक जोरसेकर ने भी महाविकास आघाड़ी सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वे राज्यसभा चुनाव के लिए अंतिम समय में निर्णय लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी के घटक दलों के विधायकों की बैठक अपने मुंबई स्थित सरकारी आवास पर बुलाई है। इसी बैठक में निर्दलीय विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है। इसी बैठक में मुख्यमंत्री सभी विधायकों की समस्याओं को सुनेंगे। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में निर्दलीय विधायकों की संख्या 13 है।
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