महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नामांतरण को लेकर लिए गए पूर्व सरकार के फैसले को स्थगित कर दिया है। शिंदे सरकार ने कहा है कि वह इन शहरों के नामांतरण को लेकर फिर से विचार करेगी।
बता दें कि पूर्व की उद्धव ठाकरे सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में दो शहरों के नाम बदलने का निर्णय लिया था। इनमें औरंगाबाद को संभाजी और उस्मानाबाद को धाराशिव करना शामिल था। अब शिंदे-फडणवीस की सरकार ने उस निर्णय को फिलहाल स्थगित कर दिया है।
सभी फैसलों पर रोक
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 14 जुलाई को औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने के महा विकास आघाड़ी सरकार के फैसले पर रोक लगा दी। इसके साथ ही नई सरकार ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाड़ी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री पद से हटते समय लिए गए सभी फैसलों को रोकने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा करने के बाद पूर्व सरकार के निर्णयों पर फैसला लिया जाएगा।
पूर्व सरकार ने लिया था यह निर्णय
यह स्पष्ट हो जाने के बाद कि शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे, भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना लेंगे, महाविकास आघाड़ी सरकार ने पिछली कैबिनेट बैठक में कई लोकप्रिय फैसले लिए। इनमें नवी मुंबई के स्टेडिय का नाम दि. बा. पाटील करने का भी निर्णय लिया गया। इसके साथ ही औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने का भी फैसला लिया था।
उपमुख्यमंत्री का आरोप
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन फैसलों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्यपाल द्वारा बहुमत साबित करने के लिए कहने के बाद सरकार ऐसे फैसले नहीं ले सकती है। इसी के तहत 14 जुलाई को हुई कैबिनेट बैठक में इन सभी फैसलों को स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिंदे इन फैसलों की समीक्षा करेंगे और नाम बदलने का फैसला नए सिरे से लिया जाएगा। बता दें कि फडणवीस ने कहा था कि ठाकरे सरकार द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर रोक नहीं लगाई जाएगी।