महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष चुनावः आखिर मान गई सरकार!

महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा है कि इस मानसून सत्र में विधानसभा का हमारी पार्टी का अध्यक्ष होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया 5 तारीख से शुरू होकर 6 तारीख तक चलेगी।

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महाराष्ट्र विधानमंडल का मानसून सत्र 5 और 6 जुलाई को होगा। क्या इस दो दिवसीय सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा? इस तरह के सवाल राजनीतिक गलियारों पूछे जा रहे हैं। इस बारे में राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा है कि सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष पद पर चुनाव होने की संभावना है।

थोराट ने यह कहा
राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा है कि इस मानसून सत्र में विधानसभा का हमारी पार्टी का अध्यक्ष होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया 5 तारीख से शुरू होकर 6 तारीख तक चलेगी। बता दें कि कांग्रेस पहले से ही विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव मानसून सत्र में कराने की मांग करती रही है। हालांकि, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की राय थी कि इस महत्वपूर्ण पद का चुनाव दो दिवसीय सत्र में नहीं होना चाहिए। लेकिन बदलते राजनैतिक परिवेश में शिवसेना-राकांपा कांग्रेस के दबाव के आगे झुक गई है। अब वे दोनों पार्टियां भी मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव कराने की तैयारी में जुट गई है।

पवार और सीएम मेंं चर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक इस मुद्दे पर 29 जून को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच चर्चा हुई है। इस बीच कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन कर मामले का जल्द समाधान करने का आग्रह किया है।

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इसलिए शिवसेना ने जारी किया व्हिप
शिवसेना ने 29 जून को अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है क्योंकि तीनों दल मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए सहमत हो गए हैं। शिवसेना के सभी विधायकों को मानसून सत्र के अंत तक सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया गया है। अधिवेशन में अनुपूरक मांगों, सरकारी कार्यों और अनुपूरक विनियोग विधेयकों पर चर्चा और अनुमोदन किया जाएगा। इसलिए पूरे अधिवेशन में शिवसेना के सभी विधायक मौजूद रहें, पार्टी ने इस तरह का आदेश जारी किया है।

सीएम का पहले इनकार अब स्वीकार
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का विचार था कि दो दिवसीय मानसून सत्र में विधानसभा अध्यक्ष चुनाव की टेंशन न ली जाए। लेकिन 29 जून को शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच हुई बैठक के दौरान अध्यक्ष का चुनाव अहम मुद्दा रहा। बताया जा रहा है कि पवार ने मुख्यमंत्री को समझाया है कि मतभेदों को चर्चा कर दूर कर लिया जाएगा।

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