महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोरोना के मद्दे नजर लगाए गए प्रतिबंध अभी पूरी तरह से नहीं हटाए गए हैं, इसलिए त्योहारों पर प्रतिबंध अभी भी लागू है। भारतीय जनता पार्टी और मनसे ने अगले सप्ताह होने वाले दही हांडी उत्सव मनाने की घोषणा की है। इस बीच इस बारे में निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के प्रमुख गोविंदाओं और दही हांडी उत्सव के आयोजकों की 23 अगस्त को मंत्रालय में बैठक बुलाई है। इस वर्चुअल बैठक में तय किया जाएगा कि इस साल दही हांडी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाए या नहीं।
बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य में मौजूदा कोरोना संक्रमण की स्थिति पेश करेंगे। कहा जा रहा है कि सीएम दही हांडी त्योहार को प्रतीकात्मक रुप से मनाने का अनुरोध करेंगे। इसके बावजूद यदि मंडल उत्सव को मनाने की जिद करते हैं, तो संभावना है कि त्योहार को कोरोना के नियमों का पालन करते हुए मनाने की अनुमति दी जाएगी।
भाजपा-मनसे ने शुरू की तैयारी
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पिछले एक स्टैंड लिया है कि इस साल दही हांडी उत्सव मनाया जाएगा। इसी के तहत उनकी दही हांडी टीमों ने ट्रेनिंग भी शुरू कर दी है। पार्टी के नेता और उत्सव के आयोजक दही हांडी बांधने की तैयारी में जुट गए हैं। इसे देखते हुए इस साल दही हांडी पर राजनीति गर्म होने की संभावना है।
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वोट बैंक की राजनीति
आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को देखते हुए भाजपा और मनसे दही हांडी उत्सव मंडलों के साथ खड़ी होकर अपने वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। ऐसे में यह शिवसेना के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इसलिए मुख्यमंत्री ठाकरे ने दही हांडी उत्सव मंडलों की बैठक बुलाई है। बता दें कि पिछले साल सरकार ने कोरोना के कारण दही हांडी उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया था।