Maharashtra Politics: शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे समेत पार्टी के सांसदों और नेताओं ने 13 फरवरी को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आआपा) संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते चलते रहते हैं।
आदित्य ठाकरे के इस कदम से यह संकेत मिलने लगे हैं कि उनकी पार्टी यूबीटी मुंबई और प्रदेश की अन्य महानगरपालिका चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। इसका कारण यह है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस आदित्य ठाकरे के इस कदम से नाराज हो सकती है। हालांकि महाराष्ट्र और मुंबई में आम आदमी पार्टी का कोई विशेष अस्तित्व नहीं है और कांग्रेस यहां उससे कई गुना बेहतर स्थिति में है। हालांकि अभी से इस बारे में निश्चित रूप से कुछ कह पाना मुश्किल है।
इंडी गठबंधन को मजबूत करने का इरादा
हालांकि आदित्य ठाकरे ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर विपक्षी गठबंधन के अगले कदम के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि देश के हित और जनता की आवाज उठते रहेंगे।
चुनाव आयोग पर सवाल
उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरोप लगाया कि आज चुनाव निष्पक्ष नहीं हो रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले 49 लाख मतदाताओं के बढ़ने और मतदान के आखिरी समय में मत प्रतिशत बढ़ने को लेकर भी चुनाव आयोग पर सवाल उठे हैं।
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चुनाव में हुई गड़बड़ी पर चर्चा
आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम सभी जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए देश की बेहतरी के लिए काम करेंगे। चुनाव में जो भी गड़बड़ी हुई, उस पर बातचीत हुई और आगे की रणनीति बना रहे हैं। संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं का आभार जताया।